’12वीं फेल’ से सबके फेवरेट बने विक्रांत मैसी का आज 37वां जन्मदिन है। अपनी एक्टिंग और सादगी से विक्रांत ने लोगों को अपना दीवाना बना लिया है, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब कुछ लोग उन्हें बतौर एक्टर स्वीकार ही नहीं करना चाहते थे। जिसके कारण अभिनेता ने एक्टिंग छोड़ने का मन तक बना लिया था। जी हां! विक्रांत मैसी ने अपनी लाइफ में कई उतार चढ़ाव देखे हैं।

हालांकि अब विक्रांत मैसी ने बॉलीवुड में अपना बड़ा नाम कमा लिया है। उन्होंने करियर की शुरुआत टीवी से की थी, लेकिन अब वह ओटीटी से लेकर बड़े पर्दे पर भी छा चुके हैं। 2023 और 2024 उनके लिए काफी लकी साबित हुआ है। पहले उनकी फिल्म ’12वीं फेल’ ने बड़े पर्दे पर धमाल किया और फरवरी 2024 में वह पिता बने।

भले ही हाल ही के साल उनके लिए बेहतरीन जा रहे हैं, लेकिन उन्हें करियर की शुरुआत में ऐसे ताने सुनने को मिलते थे, जिसने उनका कॉन्फिडेंस खत्म कर दिया था। उन्हें कहा जाता था कि वह हीरो मटेरियल नहीं हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2004 में टीवी सीरियल ‘कहां हूं मैं’से की थी। इसके बाद वह ‘बालिका वधु’ में नजर आए। जहां उन्होंने अपनी प्यारी सी मुसकान और सच्चे दिल से लोगों के मन में अपने लिए जगह बना ली। इस मुकाम पर पहुंचने के बाद वह फिल्मों में आना चाहते थे, लेकिन ये सफर उनके लिए आसान नहीं था।

उन्होंने एक इंटरव्यू में इसके बारे में बताया था। विक्रांत ने बताया था क्योंकि वह टीवी एक्टर थे तो लोग उन्हें फिल्मों में काम नहीं देते थे। उनके लिए कहा जाता था कि टीवी एक्टर्स की स्टार वाली अपील नहीं होती। इतना ही नहीं विक्रांत ने बताया था कि किसी ने उनसे कहा था, “हीरो मटेरियल नहीं है तू’। उन्हें किसी तरह रणवीर सिंह के साथ फिल्म ‘लुटेरे’ में काम करने का मौका मिला। लेकिन उन्हें इसकी स्क्रिप्ट नहीं दी गई थी।

हालांकि विक्रांत मैसी ने ‘मिर्जापुर’ में गुड्डू भैया के किरदार से साबित कर दिया था कि वह हीरो मटेरियल हैं। इसके साथ ही वह अपनी एक्टिंग के लिए अवॉर्ड भी जीत चुके हैं। वह दीपिका पादुकोण के साथ फिल्म ‘छपाक’ में भी नजर आए थे। अब फिलहाल वह ’12वीं फेल’ के बाद सभी की नजरों में स्टार बन चुके हैं। इसके अलावा वह जल्द ही ‘द साबरमती रिपोर्ट’ में भी दमदार रोल में नजर आने वाले हैं।