Vikas Dubey Arrested: उत्तर प्रदेश के कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे विकास दुबे की गिरफ्तारी के बहाने डॉ. कुमार विश्वास ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि अपराधियों और सरकारों के गठबंधन से उत्तर प्रदेश न कभी आजाद था और न है। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया ‘राजनीति, अफ़सरशाही और सत्ता के कलंकित घालमेल का अनवरत उत्पाद है विकास दुबे…’।

उन्होंने आगे लिखा ‘पिछले 7 दिनों में 27 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश की निर्वाचित सरकार और उसकी पुलिस को इस शख़्स ने जिस तरह से बेनक़ाब करके नचाया है, उससे साफ़ है कि अपराधियों और सरकारों के गठबंधन से उप्र न आज़ाद था न है’। कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर तमाम लोगों के रिएक्शन भी सामने आ रहे हैं। प्रमीला नाम की यूजर ने लिखा, ‘किसी ने कभी कहा था “भारतीय लोकतंत्र को अपराधियों ने हाईजैक कर लिया है”।’

वहीं, हिमांशु नाम के यूजर ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश और बिहार में सरकार के लोग ही माफिया होते हैं। एक सरकार आती है तो उसके साथ 100 माफिया भी सत्ता में आते हैं…’। इसी तरह नदीम नाम के यूजर ने लिखा, ‘मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र 2017 के चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड के प्रभारी रह चुके हैं। कानपुर के ही विकास दूबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में सरेंडर किया…समाचार समाप्त हुए’।

आखिर उज्जैन कैसे पहुंचा विकास दुबे?: आपको बता दें कि गैंगस्टर विकास दुबे ने आज उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन के बाद खुद सरेंडर किया। हालांकि मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्री का कहना है कि विकास दुबे को इनपुट के आधार पर गिरफ्तार किया गया। इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार और यूपी पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम यूजर उत्तर प्रदेश पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं और पुलिस इंटेलिजेंस को नकारा बता रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि विकास दुबे पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद आराम से प्रदेश की सीमा पार कर फरीदाबाद पहुंचा और फिर वहां से मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंच गया, लेकिन पुलिस को खबर तक नहीं लग पाई। लोग मध्य प्रदेश सरकार की भी खिंचाई कर रहे हैं। उनका कहना है कि विकास दुबे ने खुद सरेंडर किया और अब प्रदेश सरकार इसका क्रेडिट लेने में जुटी है।