शाहरुख खान असहिष्णुता पर दिए गए बयान के चलते एक बार फिर मुसीबत में घिर गए हैं। खबर है कि ‘रईस’ फिल्म की शूटिंग के लिए भुज पहुंचे शाहरुख खान का विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। बुधवार को वीएचपी कार्यकर्ता डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के आफिस के बाहर पहुंचे और फिल्म की शूटिंग रोकने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे।
प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख की फिल्म का पोस्टर भी जलाया।
भुज के सब-इंस्पेक्टर एमबी परमार ने कहा कि प्रदर्शनकारी उस स्थान पर जाने की कोशिश कर रहे थे, जहां शूटिंग हो रही है, लेकिन उन्हें पहले ही रोक दिया गया। वीएचपी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कलेक्टर को एक मैंमोरेंडम देकर फिल्म की शूटिंग रोकने की मांग की थी। वीएचपी के जनरल सेक्रेटरी रणछोड़ भरवाड़ ने कहा, ‘उन्हें सोचना चाहिए, इस देश में रहते हुए उन्हें नाम और शोहरत मिली और अगर वह असहिष्णुता पर बोलते हैं, जिसका कोई वजूद ही नहीं है तो वीएचपी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।’
जानकारी के मुताबिक, ‘रईस’ की शूटिंग भुज, धोरडो और मांडवी बीच पर हो रही है। ‘रईस’ की कहानी अहमदाबाद के शराब माफिया लतीफ के जीवन पर आधारित है। लतीफ 2014 में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।
पिछले साल नवंबर में जन्मदिन के मौके पर शाहरुख खान ने कहा था, ‘देश में इन्टॉलरेंस बढ़ रही है। हम फ्रीडम ऑफ स्पीच की बात कर सकते हैं, लेकिन लोग मेरे घर के बाहर आ जाएंगे और पत्थर फेंकेंगे। अगर मैं कोई स्टैंड लेता हूं तो मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा।’ इसके बाद शाहरुख की फिल्म दिलवाले की रिलीज पर हिंदू संगठनों ने खबू बवाल किया था। कई बीजेपी नेताओं ने भी शाहरुख खान के बयान पर पलटवार किया था।
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