हिंदी सिनेमा की स्टाइलिश अभिनेत्री साधना शिवदसानी अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने हेयरस्टाइल को लेकर भी खूब चर्चित हुईं। उनका हेयरस्टाइल हॉलीवुड की एक्ट्रेस ऑड्रे हैपबर्न की कॉपी था। साधना जब फिल्मों में आईं तब उन्हें आर के नय्यर की फिल्म, ‘लव इन शिमला’ मिली।
साधना का माथा थोड़ा बड़ा था जिसे लेकर कहा गया कि या तो पैच लगा लें या उन्हें विग लगाना पड़ेगा ताकि उनका माथा थोड़ा ढक जाए। लेकिन निर्देशक को ये बात मंजूर नहीं थी। वो साधना को उनकी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ बड़े परदे पर पेश करना चाहते थे। इस किस्से का जिक्र अनु कपूर ने अपने रेडियो शो, ‘सुहाना सफर विद अनु कपूर’ में किया था।
आरके नय्यर ने साफ मना कर दिया कि साधना विग नहीं लगाएंगी। वो साधना को मुंबई के कैंप्स कॉर्नर के एक ब्यूटी पार्लर में ले गए और वहां उन्होंने हेयर ड्रेसर से कहा कि ऐसा हेयरस्टाइल बनाओ ताकि उनका बड़ा माथा थोड़ा कवर हो जाए।
नय्यर ने ही हेयर ड्रेसर को सुझाव दिया कि साधना का हेयरस्टाइल हॉलीवुड अभिनेत्री ऑड्रे हैपबर्न की तरह बना दिया जाए। साधना के आगे के बालों को काटकर उन्हें माथे पर लटकाया गया और उन्हें फ्रिंज हेयरस्टाइल दिया गया।
साधना ने वो हेयरस्टाइल इसलिए अपनाया ताकि उनका बड़ा फोरेहेड ढक जाए लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो उनका हेयरस्टाइल चर्चा का विषय बन गया। साधना का हेयरस्टाइल सभी लड़कियों ने कॉपी करना शुरू किया जिसे ‘साधना कट’ नाम दिया गया।
साधन आरके नय्यर के साथ काम करते करते उन्हें चाहने लगीं थीं। आरके नय्यर भी उनकी खूबसूरती पर फिदा हो गए और साल 1966 में दोनों ने शादी कर ली थी। साधना ने शादी के बाद फिल्मों में काम करना छोड़ दिया।
आरके नय्यर की फिल्में एक वक्त के बाद फ्लॉप होती चलीं गईं जिसके बाद उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। काफी कर्ज भी हो गया था जिसे देखते हुए साधना ने एक बार एक्टिंग करनी शुरू कर दी। लेकिन अब वक्त बदल गया था। उन्हें लीड रोल के बजाए मां, बहन के रोल मिले। टाइपकास्ट होने की स्थिति में साधना ने फिल्मों को अलविदा कह दिया।
नय्यर का निधन साल 1995 में हो गया जिसके बाद साधना अकेली पड़ गईं। बाद के वर्षों में साधना को थायराइड हो गया जिस कारण उनकी खूबसूरती कम होती चली गई। उन्होंने पब्लिक इवेंट्स आदि में जाना भी छोड़ दिया था। साल 2015 में साधना ने दुनिया को अलविदा कह दिया।