अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश में बवाल मचा है। विरोध कर रहे छात्रों के समर्थन में अब कई राजनीतिक पार्टियां भी उतर आई हैं। वहीं भाजपा के नेता अग्निपथ योजना के फायदे गिनाते नजर आ रहे हैं। हाल ही भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि अगर मुझे बीजेपी ऑफिस के बाद सेक्युरिटी रखनी है तो मैं अग्निवीरों को प्राथमिकता दूंगा। इस पर खूब बवाल मचा। भाजपा नेता वरुण गांधी ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी तो फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने इसकी तारीफ की है।
वरुण गांधी ने लिखा कि “जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं।” इस पर विनोद कापड़ी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘इस साफगोई के लिए साधुवाद वरुण गांधी जी!’
लोगों की प्रतिक्रियाएं: जय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लेकिन ऐसी साफगोई भी किस काम की जो बस ट्विटर पर हो?’ शाह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मैं भी चौकीदार याद है सर? ये सब को वही बनाने की स्कीम है। सब अपनी DP पर यही लगा रहे थे ना तो अब विरोध क्यों?’ एक यूजर ने लिखा कि ‘कोई तो है जो इस दौर में भी गलत को गलत कहने का साहस रखता है।’
जसबीर सिंह ने लिखा कि ‘अगर वरुण गांधी को मंत्री बनाया होता तो वरुण गांधी इस योजना का गुणगान कर रहे होते और तब भड़काने वाले और आग लगाने वाले लोग वरुण गांधी को गालियां देते।’ विशाल मेहता ने लिखा कि ‘2024 का चुनाव जीतने के लिए 4 साल की भर्ती है। चुनाव जीतने के बाद सारी भर्तियां खत्म हो जाएंगी और पेट्रोल डीजल गैस बहुत महंगा हो जाएगा। अगर बीजेपी 2024 में जीत गई तो। देश का बहुत बुरा हाल होगा।’
आशीष अग्रवाल ने लिखा कि ‘हे पराक्रमी, संसद सदस्यता का मोह छोड़ पहले उस राजनीतिक दल से इस्तीफा देने का साहस तो दिखाओ, जिस सरकार के विरोध में खड़े रहते हो।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘आदरणीय वरुण जी, गुस्ताखी माफ हो लेकिन सेना से रिटायर जवान यही करते हैं। आज भी और पहले भी। इसमें नया नहीं है। किसी सरकार ने व्यथा नहीं सुनी।’
बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने अग्निपथ योजना पर बोलते हुए कहा था कि अमेरिका, चाइना और फ्रांस में कांट्रैक्ट बेसिस पर सेना में भर्ती होती है। हमारे यहां सेना से रिटायर होने की आयु ज्यादा है। उसे कम करने का सरकार ने फैसला लिया है। योजना के फायदे को समझाते हुए विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि अगर मुझे बीजेपी ऑफिस में सेक्युरिटी रखना होगा तो अग्निवीरों को प्राथमिकता दूंगा। विवाद बढ़ने पर कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा था कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।