मुंबई में 1993 में हुए विस्फोटों के मामले में विशेष अभियोजक उज्ज्वल निकम ने मामले में दोषी याकूब मेमन के बचाव में किये गये अभिनेता सलमान खान के ट्वीटों पर कड़ा ऐतराज जताते हुए आज कहा कि सलमान को बयान वापस लेना चाहिए।
निकम ने कहा, ‘‘सलमान के ट्वीट बहुत आपत्तिजनक हैं और भारतीय न्यायपालिका की छवि को कमजोर करने की कोशिश हैं।’’
वरिष्ठ वकील ने कहा, ‘‘मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि क्या वह आपराधिक साजिशकर्ताओं के बारे में जानते हैं या उन्होंने अपनी व्यक्तिगत जानकारी से याकूब मेमन को बेगुनाह कहा है।’’
इस मामले में इतने साल तक चले मुकदमे में वकील रहे निकम ने कहा, ‘‘क्या इसका यह मतलब नहीं है कि इस तरह के बयान देकर वह 257 लोगों की आत्माओं का अपमान कर रहे हैं जिन्होंने शहर में हुए विस्फोटों में अपनी जान गंवा दी और क्या उन्हें नहीं पता कि अदालत ने ऐसे आतंकवादी षड्यंत्र के लिए याकूब को दोषी ठहराया?’’
निकम ने कहा कि सलमान सेलिब्रिटी हैं और उन्हें अपने प्रशंसकों को गुमराह नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सलमान से बिना देरी के बयान वापस लेने की अपेक्षा करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश की स्थिरता व्यापक रूप से दो मुख्य कारकों पर निर्भर करती है। पहला तो आम आदमी को देश की मुद्रा में आस्था होती है और उसी आम आदमी की आस्था न्यायपालिका में होती है।’’
निकम ने कहा, ‘‘इसलिए किसी दोषी के बारे में उनकी अवांछित टिप्पणी ने न्यायपालिका में आम आदमी के विश्वास को डिगाया है।’’
सलमान ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा था कि 1993 के विस्फोटों के लिए याकूब को नहीं बल्कि उसके भगोड़े भाई टाइगर मेमन को फांसी पर लटकाया जाना चाहिए जो पाकिस्तान में छिपा हुआ माना जा रहा है।