अभी कुछ दिनों पहले गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) और लेखक तारिक फतेह (Tarek Fatah) के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गई थी। जावेद अख्तर और तारिक फतेह के बीच बहस थमी ही थी कि अब इस जंग में यूजर्स भी कूद पड़े हैं और एक बार फिर से इस आग को हवा दे दी है। एक यूजर ने जावेद अख्तर को ट्रोल करने की कोशिश की लेकिन जावेद अख्तर चुप नही रहे और उन्होंने यूजर को करारा जवाब दिया।
यूजर ने तारिक फतेह का पक्ष लेते हुए जावेद अख्तर को ट्रोल करते हुए लिखा, ‘आप मानसिक रूप से बीमार हैं। आप मुस्लिम समस्याओं के लिए हिंदू को दोष देना चाहते हैं। तारिक साहब कई भारतीयों के लिए आंख खोलने वाले रहे हैं।
आप अपने देश में कश्मीरी हिंदुओं के पलायन पर कुछ क्यों नहीं बोलते। वैसे तारिक फतेह साहब एक भारतीय हैं जो पोर्किस्तान में पैदा हुए थे।’ यूजर के इस ट्वीट पर जावेद अख्तर ने बिना देरी के रिप्लाई किया।
@Javedakhtarjadu ~ You r mentally sick. You want to blame hindus for Muslim problems. Tarek sahab has been a eye opener for many Indians.
Why didn’t you crtisize hindu exodus from Kashmir.. In your own country.
By the way tarekh fateh sahab is an Indian born in porkistan.
— Naveen Kumar Yadav (@naveenkyadav3) April 25, 2020
जावेद अख्तर ने लिखा, ‘ पहला मुझे हिंदू या मुसलमान से नफरत नहीं है, लेकिन दोनों पक्षों के जो सांप्रदायिक लोग हैं उनसे मैं तीव्र घृणा करता हूं। दूसरा मैं हमेशा सार्वजनिक रूप से PKs के लिए खड़ा हूं और तीसरा श्री तारिक फतेह एक कनाडाई पासपोर्ट के साथ पाकी है भारतीय नहीं है। बता दें कि तारिक फतेह ने एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया था कि एक मुस्लिम फल विक्रेता फलों पर अपना यूरिन छिड़क कर बेच रहा है। तारिक फतेह के इस ट्वीट पर जावेद अख्तर ने नाराजगी जाहिर की थी और उनको लताड़ लगाते हुए कॉमन सेंस यूज करने की नसीहत दी थी।
इस ट्वीट के बाद दोनों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। जावेद अख्तर ने एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट कर तारिक फतेह पर निशाना साधा। फतेह भी पीछे नहीं हटे और उन्होंने जावेद अख्तर को जवाब दिया। जावेद अख्तर ने तारिक फतेह को घेरते हुए लिखा, ‘एक वक्त था जब मैं तारिक फतेह कि उनकी बेखौफ लेखनी और खिलाफत जैसे आईडिया और ISIS जैसे संगठनों के खिलाफ बेखौफ बोल के लिए इज्जत करता था। लेकिन अब तो वे विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता की तरह व्यवहार करने लगे हैं। दया आती है…’।