हॉरर फिल्में देखना लोगों को पसंद तो बहुत होता है, लेकिन इन्हें देखना हर किसी के बस की बात नहीं होती। ऐसे कई मामले हैं, जब फिल्म देखते हुए डर के कारण लोगों की जान चली गई। इनमें ‘हैलोवीन किल्स’, ‘दिस मिस्ट’, ‘द कैबिन ऑफ द वूड्स’ जैसी कई ऐसी फिल्में हैं, जिन्हें देखते वक्त कई लोगों की मौत हो गई। मगर एक फिल्म है जिसे अभिशापित बताया जाता है। हम बात कर रहे हैं हॉलीवुड फिल्म Antrum: The Deadliest Film Ever Made की, इस फिल्म देखने से करीब 86 लोगों की मौत हुई।
क्या है फिल्म का राज?
फिल्म का पूरा नाम’एंट्रम: द डेडलीएस्ट फिल्म एवर मेड’ है और इसमें भाई और बहन की कहानी दिखाई गई है, वो भाई-बहन जो अपने पालतू कुत्ते की मौत से इतने परेशान हो जाते हैं कि उसकी आत्मा को बचाने के लिए नरक में जाने का रास्ता खोदने का फैसला करते हैं। इसके निर्माताओं का कहना है कि फिल्म में एक ‘रहस्य’ है जिसे केवल कुछ दर्शक ही देख सकते हैं और जो लोग उस रहस्य को पहचान गए उनका मरना तय है।
एक के बाद एक हादसे
फिल्ममेकर्स का कहना है कि फिल्म सच में अभिशाप वास्तविक है। फिल्म को 1979 में हुए फिल्म फेस्टिवल में रहस्यमय तरीके से दिखाया गया। किसी को नहीं पता कि फिल्म की रील किसने और कब सब्मिट की लेकिन फिल्म फेस्टिवल में खुद ये फिल्म प्ले हो जाया करती थी। इसके बाद कई इवेंट मैनेजर और वर्कस की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई।
कुछ लोगों का मानना था कि फिल्म फेस्टिवल तक फिल्म को पहुंचाने का काम खुद शैतानी शक्तियां कर रही हैं। जिस भी फिल्म फेस्टिवल में फिल्म पहुंची वहां मौत हुई।
इन लोगों ने गंवाई जान
जेनेट हिलबर्ग फिल्म के कारण मरने वाली पहली महिला थीं। ‘एंट्रम’ की स्क्रीनिंग के बाद उन्हें दौरा पड़ा था और उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद, टॉम स्टाइलम की बिजली का झटका लगने से मौत हो गई थी। जो बैरिंगर को एक स्टोनफिश ने डंक मार दिया था और उनकी मौत हुई थी। बाकी लोगों की भी ऐसे ही मौत हो गई।
‘एंट्रम’ की स्क्रीनिंग से एक और घटना हंगरी के बुडापेस्ट में हुई। साल 1988 में इस फिल्म को थिएटर में दिखाया गया। जब ये फिल्म चल रही थी, अचानक थिएटर की बिल्डिंग में आग लग गई। इस दौरान 56 लोगों की मौत हुई थी। बताया जाता है आग प्रोजेक्टर रूम से लगनी शुरू हुई और देखते ही देखते सब जलकर खाक हो गया, लेकिन फिल्म की रील को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
कहा जाता है कि इसके बाद साल 1993 में सैन फ्रांसिस्को में इसकी दूसरी स्क्रीनिंग हुई थी, इस बार बिल्डिंग में विस्फोट हुआ था और इसमें 30 लोग मारे गए थे। बताया जाता है कि लोगों को इस फिल्म से जुड़ी घटनाओं की जानकारी थी, लेकिन बावजूद इसके वह लोग इसे देखने गए थे।
इससे जुड़े और भी कई किस्से बताए जाते हैं लेकिन इनकी सच्चाई क्या है किसी को नहीं पता। कई सालों तक फिल्म का कोई जिक्र नहीं हुआ और लगभग 20 साल बाद ये फिल्म साल 2018 में रिलीज की गई।