टीवी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की दर्शकों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता रही है। यह शो लंबे समय से फैंस का मनोरंजन करता आ रहा है। अपनी अलग कहानी के लिए मशहूर यह शो इन दिनों अलग वजहों से चर्चा में है।
जिन कलाकारों की वजह से शो को इतना नाम मिला वहीं एक के बाद एक एक्टर और एक्ट्रेस शो के मेकर्स पर आरोप लगा रहे हैं। जहां पहले जेनिफर मिस्त्री ने शो के मेकर्स पर गंभीर आरोप लगाए थे तो वहीं अब शो में बावरी का किरदार निभा चुकीं एक्ट्रेस मोनिका भदौरिया ने एक बार फिर से असित मोदी पर पैसे ना देने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि शो के दौरान उनको मन में आत्महत्या करने के विचार आते थे। इतना ही नहीं, पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि मेकर्स ने उनको तीन महीने की पेमेंट नहीं दी है, जो कि करीब 4 से 5 लाख रुपये तक है।
मोनिका भदौरिया ने असित मोदी पर लगाया आरोप
मोनिका भदौरिया ने हाल ही में ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ से एक इंटरव्यू में बताया कि मैं बहुत सारी फैमिली ट्रेजडी झेल चुकी हूं। मैंने बहुत ही कम समय में अपनी मां और दादी दोनों को खो दिया। वो दोनों ही मेरी लाइफ की पिलर थीं उन्होंने मुझे इतनी अच्छी तरह से पाला। मैं उनके नुकसान से निपटने में सक्षम नहीं थी और मुझे लगा कि मेरी लाइफ खत्म हो गई है। उस दौरान मैं ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के लिए काम कर रही थी। मेकर्स काफी अनसपोर्टिव थे। अगर मैं ये कह दूं कि आज मैं काम करने की हालत में नहीं हूं तो वो मुझे मजबूरन आने के लिए कहेंगे। और सबसे खराब बात ये होती थी कि शूट पर आने के बाद भी मुझे इंतजार पड़ता था क्योंकि कुछ करने के लिए नहीं होता था।’
आत्महत्या करने के आने लगे थे ख्याल
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि ये सब कुछ बहुत टाचर्र था। इन सब के कारण मैं मेरे मन में ये ख्याल आने लगा था कि कि मुझे आत्महत्या कर लेनी चाहिए। शो के मेकर्स के बर्ताव से मैं इस कदर परेशान हो गईं थी कि मैंने शो छोड़ने का मन बना लिया था। शो के सेट पर ख़राब माहौल के चलते ही मुझे शो छोड़ना पड़ा। जब मैंने शो छोड़ा, तब कोई मेरे साथ नहीं आया।’
मोनिका ने आगे कहा कि ‘इसके बाद मैंने मीडिया को अप्रोच किया, जब मीडिया ने मुझसे बात करनी चाही तो उन्होंने मुझसे बॉन्ड साइन करा लिया यह कहकर कि पेपर साइन करके दो कि तुम मीडिया में नहीं जाओगी। वो लोग बोले कि ऐसा करोगी तो तुम्हारी बकाया राशि मिल जाएगी, नहीं तो भूल जाओ पैसे। उन्होंने (TMKOC के मेकर्स) ने कहा कि उसके पिता की मौत हो गई तो हमने पैसे दिए। हमने उसकी बीमार मां के इलाज के लिए पैसे दिए…। तो इन शब्दों ने मुझे बहुत आहत किया था।’