बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर और लेखक गुलज़ार और बीते दौर की अदाकारा राखी का रिश्ता कई मोड़ से गुज़रते हुए पिछले कई सालों से गहरी दोस्ती का है। साल 1972 में गुलज़ार और राखी एक दूसरे को काफी पसंद करने लगे थे और 1973 की शुरुआत में दोनों ने शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया था। दिसंबर 1973 में मेघना गुलज़ार का जन्म हुआ। मेघना के जन्म के एक साल बाद दोनों ने अपने अपने रास्ते अलग कर लिए थे। दरअसल शादी से पहले गुलज़ार राखी को बता चुके थे कि शादी के बाद राखी को एक्टिंग छोड़नी होगी। गुलज़ार इस चीज़ के साथ सहज नहीं थे कि शादीशुदा महिला फिल्मों में काम करे। हालांकि राखी ने गुलजार की बात मान ली थी लेकिन फिर भी वे इस उम्मीद में थी कि उन्हें गुलजार द्वारा डायरेक्ट की गई फिल्मों में काम करने का मौका मिलेगा। हालांकि राखी की कई गुज़ारिशों के बावजूद गुलजार ने उन्हें कभी अपनी किसी फिल्म में कास्ट नहीं किया। कई प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स भी राखी को कास्ट करना चाहते थे लेकिन गुलज़ार की मर्जी के आगे राखी को किसी भी फिल्म में काम करने का मौका नहीं मिलता था लेकिन एक घटना ने दोनों के बीच चीज़ें बदल दी थी।
गुलज़ार दरअसल कश्मीर में फिल्म आंधी के शूट के लिए पहुंचे थे। वो इस फिल्म का निर्देशन कर रहे थे। राखी भी अपने पति के साथ शूट पर मौजूद थीं। एक रात फिल्म की पूरी कास्ट और क्रू पार्टी कर रहे थे। उस दौरान फिल्म के एक्टर संजीव कुमार ने काफी शराब पी थी। उन्होंने इतनी शराब पी रखी थी कि नशे में उन्होंने एक्ट्रेस सुचित्रा सेन का हाथ तक पकड़ लिया था और वो उन्हें जाने नहीं दे रहे थे। ये देखकर सुचित्रा को काफी गुस्सा आ गया था और ये वो समय था जब गुलजार ने सुचित्रा की मदद की थी। उन्होंने संजीव कुमार से सुचित्रा का हाथ छुड़ाया था और उन्हें उनके कमरे में छोड़कर आए थे। जब वो वापस अपने कमरे में आ रहे थे तो राखी ने उनसे पूछा था कि आखिर उन्हें सुचित्रा को उनके कमरे तक छोड़ने की ज़रूरत क्या आ पड़ी थी? राखी के इस अंदाज़ पर गुलज़ार को गुस्सा आ गया था और झुंझलाए गुलज़ार ने राखी पर हाथ उठा दिया था। ये राखी के लिए बेहद बुरा अनुभव था।
अगली सुबह राखी के लिए नई उम्मीद की किरण बन कर आई। लोकप्रिय निर्देशक यश चोपड़ा कश्मीर में उन्हें अपनी फिल्म ‘कभी कभी’ के लिए साइन करने पहुंचे थे। यश जैसे ही गुलजार से परमिशन के लिए पहुंचे, राखी ने उन्हें रोक लिया। राखी नहीं चाहती थी कि वे उनके पति से परमिशन लें। गुलजार की नामंजूरी के बावजूद राखी ने इस फिल्म में काम किया। इस फिल्म के बाद ही गुलजार और राखी के रास्ते अलग-अलग होने लगे थे। हालांकि मेघना गुलज़ार की परवरिश के लिए दोनों ने कभी एक दूसरे से तलाक नहीं लिया। गुलज़ार ने अपनी बायोग्राफी रिलीज़ के दौरान कहा था -‘मेघना के बचपन से लेकर उसके बड़े होने तक, हमने सभी सुख-दुखों से भरे पल साथ शेयर किए हैं। मतभेदों, लड़ाइयों से लेकर त्रासदियों और खुशनुमा पलों को भी हमने साथ जिया है। अगर ये साथ होना नहीं है तो मुझे नहीं पता कि साथ होना क्या होता है।’