68वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का आयोजन 27 अप्रैल को होना है। इस अवॉर्ड शो में ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kahsmir files) को 7 कैटेगरी में नॉमिनेशन्स मिले हैं। फिल्म रिलीज के बाद से ही चर्चा में है। इसने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया है। मूवी हिट रही है। जहां फिल्म को 7 नॉमिनेशन्स मिलने के बाद फैंस बेहद खुश हैं। वहीं, इसके डायरेक्टर ना खुश दिखे हैं। विवेक अग्निहोत्री ने इस अवॉर्ड शो में जाने से इनकार कर दिया है। उन्होंने ट्विटर पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी है और इस अवॉर्ड को उन्होंने चापलूसी भरा बताया और कहा कि फिल्ममेकर्स को एक्टर्स का गुलाम समझा जाता है। उन्हें एक्टर के नाम से जाना जाता है। उनकी कोई पहचान नहीं होती है।

डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने फिल्मफेयर में जाने से साफ इनकार किया है। फिल्म को अवॉर्ड शो में 7 नॉमिनेशन मिलने ऐलान होने के बाद डायरेक्टर ने ट्विटर पर लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी और कहा, ‘मुझे मीडिया से पता चला कि द कश्मीर फाइल्स को 7 कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला है। लेकिन मैं इस अनैतिक अवॉर्ड्स को विनम्रता के साथ नकारता हूं। इसकी वजह भी बताता हूं।’

विवेक ने इसकी वजह के बारे में बताते हुए ट्वीट में आगे लिखा, ‘फिल्मफेयर के मुताबिक, स्टार्स के अलावा किसी का कोई चेहरा नहीं है। उसके लिए कोई मायने नहीं रखता है। फिल्मफेयर में मास्टर डायरेक्टर जैसे संजय लीला भंसाली और सूरज बड़जात्या का भी कोई चेहरा नहीं है। संजय लीला भंसाली, आलिया भट्ट, सूरज बड़जात्या मिस्टर अमिताभ बच्चन और अनीस बाज्मी कार्तिक आर्यन से जाने जाते हैं। ऐसा नहीं है कि किसी अवॉर्ड से किसी फिल्ममेकर की इज्जत बढ़ती है, लेकिन ये शर्मिंदगी का सिस्टम खत्म होना चाहिए।’

डायरेक्टर अपनी पोस्ट में आगे लिखते हैं, ‘इसलिए मेरा विरोध बॉलीवुड के एक भ्रष्ट, अनैतिक और चापलूस सिस्टम के खिलाफ है। मैनें फैसला किया है कि मैं ऐसे अवॉर्ड्स को स्वीकार नहीं करूंगा। मैं ऐसे भ्रष्ट सिस्टम और अवॉर्ड को भी लेने से इनकार करता हूं, जो राइटर, डायरेक्टर, दूसरे HOD और क्रू मेंबर्स को स्टार्स से नीचा और उनका गुलाम समझता है। जो लोग जीतेंगे उन्हें मेरी तरफ से बधाई। अच्छी बात ये है कि मैं अकेला नहीं खड़ा हूं।’ विवेक अग्निहोत्री आगे दुष्यंत कुमार की चंद लाइनों के साथ अपनी बात को खत्म करते हैं और लिखते हैं, ‘सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।- दुष्यंत कुमार।’

केआरके ने किया सपोर्ट

इसके साथ ही विवेक अग्निहोत्री को इस मामले कोई सपोर्ट करे ना करे मगर एक्टर कमाल आर खान यानी केआरके ने अपना सपोर्ट जरूर दिया है। उन्होंने उनकी पोस्ट पर कमें करते हुए लिखा, ‘भाई साहब सही फैसला है। बहादुर फैसला है। आपको सलाम है।’