फिल्म – तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया
निर्देशक – अमित जोशी और आराधना शाह
कलाकार – शाहिद कपूर, कृति सेनन, धर्मेंद्र, डिंपल कपाड़िया, राकेश बेदी, अनुभा फतेहपुरिया, राजेश कुमार, राशुल टंडन
रेटिंग – 3.5
अवधि – 143 मिनट
Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Movie Review & Rating: शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) और कृति सेनन (Kriti Sanon) स्टारर फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ (Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya) की रिलीज का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था, जो कि अब खत्म हो गया है। फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज किया जा चुका है। इसके जरिए कृति और शाहिद की जोड़ी पहली बार स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आ रही है। इसमें रोबोटिक वर्ल्ड और उसके एक्सपेरिमेंट को दिखाया गया है। वैसे तो आपने पहले भी रोबोटिक वर्ल्ड पर आधारित फिल्में देखी होंगी। लेकिन, ये उनसे थोड़ा हटकर हैं। इसमें रोमांस, कॉमेडी और लव सब कुछ देखने के लिए मिलने वाला है। इसका निर्देशन अमित जोशी और आराधना साह ने किया है। ऐसे में अगर आप इस वीकेंड फिल्म देखने का प्लान कर रहे हैं तो पहले जान लीजिए कि फिल्म कैसी है…
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की कहानी कुछ खास नहीं है। मगर, इसे दिखाने का कॉन्सेप्ट शानदार है। इसमें दिखाने की कोशिश की गई है कि एक रोबोट में ह्यूमन इमोशंस हो सकते हैं लेकिन, इसके साइड इफेक्ट्स भी संभव हैं। क्योंकि मशीन तो सिर्फ मशीन है। फिल्म की कहानी इंसान और मशीन के बीच बनते रिश्ते की गहराई को बताती है। आपको सोचने पर मजबूर करने वाली है कि ऐसा भी संभव हो सकता है। आपने रजनीकांत की ‘रोबोट’ में फीलिंग और इमोशन चिट्टी में देखा होगा। ठीक वैसा ही इसमें भी देखने के लिए मिलेगा। लेकिन, फर्क ये है कि इस मूवी में रोबोट आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस से तैयार किया गया है। इसमें हाई टेक्नोलॉजी को दिखाने की कोशिश की गई है।
खूब जंची शाहिद कपूर और कृति सेनन की जोड़ी
अब वहीं, फिल्म में शाहिद कपूर और कृति सेनन की जोड़ी की बात की जाए तो उनकी जितनी तारीफ की जाए कम ही होगी। दोनों स्टार्स ने बेहतरीन काम किया है। शाहिद फिल्म में टैलेंटेड रोबॉटिक इंजीनियर आर्यन अग्निहोत्री बने हैं और कृति सेनन रोबोट सिफ्रा का रोल प्ले कर रही हैं। एक्ट्रेस ने पहली बार रोबोट का रोल प्ले किया है और अपने किरदार को जीवंत कर दिया है। उन्होंने बहुत ही बेहतरीन तरीके से रोबोट सिफ्रा का किरदार निभाया है। दोनों स्टार्स के बीच कमाल की केमिस्ट्री होती है, जिसे देखकर लगेगा ही नहीं कि रोमांस, लव और इमोशन इंसान और रोबोट के बीच ऐसे भी हो सकते हैं।
इसके साथ ही फिल्म के बाकी एक्टर्स की बात की जाए तो इसमें धर्मेंद्र (शाहिद के दादा), डिंपल कपाड़िया (शाहिद की मौसी और रोबोटिक इंजीनियर), राकेश बेदी (शाहिद कपूर के पिता), राजेश कुमार (शाहिद के भाई) और आशीष वर्मा (शाहिद के दोस्त और रोबोटिक इंजीनियर) बने हैं। इन सभी के साथ अन्य एक्टर्स भी सपोर्टिंग रोल में हैं, जो अपनी कॉमेडी और एक्टिंग से आपको फिल्म से कनेक्ट रखते हैं। इसके अलावा सबसे दिलचस्प बात ये है कि फिल्म में एक्ट्रेस जान्हवी कपूर भी हैं। उन्होंने कैमियो किया है।
कैसा है फिल्म का डायरेक्शन?
वहीं, ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ के डायरेक्शन के बारे में बात की जाए तो इसका निर्देशन अमित जोशी और आराधना शाह ने किया है। मूवी के निर्देशन में बीच-बीच में थोड़ी कमी सी लगती है। लेकिन, ये कमी नए कॉन्सेप्ट और उसकी एंगेजिंग स्क्रीनप्ले से पूरी की जा सकती है। फर्स्ट हाफ में रोबोटिक वर्ल्ड और कॉन्सेप्ट से रूबरू कराया जाता है। ये काफी एंगेजिंग होता है। वहीं, सेकंड हाफ में आपको इमोशन, लव और रोमांस सब कुछ देखने के लिए मिलता है। सेकंड हाफ में बीच-बीच में कहीं लगेगा कुछ सीन्स को खींच दिया गया है। क्योंकि आपमें क्यूरोसिटी होगी कि आगे क्या होने वाला है। ऐसे में कुछ सीन्स उसमें बाधा बंनते हैं, जिसके बिना भी काम चलाया जा सकता था। कुल मिलाकर डायरेक्शन ठीक-ठाक है। सभी कैरेक्टर्स को स्क्रीन पर बराबर स्पेस दिया गया है और मूवी में भरपूर रोमांस, लव और इमोशन को दिखाया गया है। इसकी वजह से आप पूरी फिल्म से जुड़े रहते हैं।
कमाल के हैं गाने और म्यूजिक
फिल्म में ‘लाल पीली अंखियां’, ‘अंखियां गुलाब’, ‘तुम से’ और टाइटल सॉन्ग देखने के लिए मिलता है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक सीन्स से दर्शकों को इमोशनली कनेक्ट करता है। कुछ गानों को आप थिएटर में इन्जॉय भी करेंगे। वहीं, टाइटल सॉन्ग को लेकर आपमें क्यूरोसिटी बनी रहने वाली है।
अंत में ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ रोमांस, ह्यूमर और समाज पर टिप्पणी का मजेदार मिश्रण है, जो दर्शकों को एक अलग तरह का सिनेमाई अनुभव देती है, जो दर्शकों में बनी रहेगी। फिल्म की मजबूत कड़ी उसकी जबरदस्त अदाकारी, दिलचस्प कहानी और एआई के नैतिक पहलुओं पर बात करती है। यह फिल्म उन सब के लिए एक सही च्वॉइस है, जो कुछ दिलचस्प कुछ नया देखना चाहते हैं। बता दें कि अमित जोशी और आराधना साह के निर्देशन में बनी इस फिल्म को मैडॉक फिल्म्स प्रोडक्शन द्वारा बनाया गई है। इसका निर्माण दिनेश विजान, ज्योति देशपांडे और लक्ष्मण उतेकर ने किया है।