Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: स्टार प्लस का धमाकेदार शो ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ इन दिनों टीवी की दुनिया में खूब धमाल मचा रहा है। आए दिन शो में आ रहे नए-नए ट्विस्ट एंड टर्न्स ने शो को टीआरपी की रेस में तो आगे बना ही रखा है, साथ ही दर्शकों के मन में भी खूब एक्साइटमेंट बनाई हुई है। हाल ही में शो में दिखाया गया था कि गोयनका परिवार और बिरला परिवार अभिमन्यू और आरोही की शादी की पूजा के लिए मंदिर जाते हैं। सब वहां पहुंच जाते हैं, लेकिन बारिश के कारण अक्षरा बीच में ही फंस जाती है। हालांकि अभिमन्यू उसे अपने साथ लेकर पहुंच जाता है। लेकिन शो में आने वाले ट्विस्ट यहीं खत्म नहीं होते हैं।

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में दिखाया जाएगा कि पूजा के वक्त ही शादी के कार्ड पर अभिमन्यू के साथ आरोही के नाम की जगह अक्षरा का नाम आ जाता है। यह देख अभिमन्यू के पिता तो नाराज होते ही हैं, साथ ही आरोही भी अक्षरा पर भड़कना शुरू कर देती है। हालांकि अभिमन्यू आगे बढ़कर बात को संभाल लेता है और सबको बताता है कि कैसे अक्षरा वहां यह कार्ड लेकर पहुंची।

इसके अलावा अभिमन्यू और आरोही की शादी की तैयारियों के लिए अक्षरा अपने बड़े भाई वंश के साथ बिरला हाउस पहुंचती है। वह मंजरी को डांस सिखा ही रही होती है कि इसी बीच अभिमन्यू का मंजरी के लिए मैसेज आ जाता है, जिसमें वह अपनी मां से दवाइयां लेने के लिए कहता है। अभिमन्यू की बातें सुनकर अक्षरा दवाई लेने के लिए ऊपर जाती है।

वह मंजरी के कमरे में दवाई ढूंढ ही रही होती है कि इसी बीच उसे किसी बच्चे के गोद लेने का पेपर दिख जाता है। इस पेपर को लेकर यह माना जा रहा है कि वह गोद लिया हुआ बच्चा कोई और नहीं बल्कि अभिमन्यू है, जिसका सच पूरे परिवार ने सबसे छुपाया हुआ है। हालांकि जल्दबाजी में अक्षरा उस पेपर को टेबल पर रखकर चली जाती है।

जैसे ही अक्षरा सीढ़ियों से उतर रही होती है, अभिमन्यू के पिता उसे बात करते हुए नजर आते हैं। अक्षरा सुन लेती है कि आरोही और अभिमन्यू की शादी मंत्री जी की सर्जरी के लिए आगे बढ़ाई गई है। ये बात गोयनका परिवार को अच्छी नहीं लगती। ऐसे में मनीष यानी अक्षू के दादा नाराज होते हुए कहते हैं, “जिस घर में झूठे-मक्कार लोग हों, उस घर में हमें बेटी नहीं ब्याहनी। आपके पिता ने झूठ बोलकर शादी की तारीख बदली है।”

इसके अलावा अभिमन्यू के सामने जल्द ही आरोही का भी भंडा फूटने वाला है। दरअसल, अभिमन्यू को पता चल जाएगा कि हादसे में उसे बचाने वाली आरोही नहीं बल्कि अक्षरा थी।