पंकज उदास की गजलों का जादू हर किसी पर चल जाता है। पंकज उदास बताते हैं कि एक बार वह ऐसे ही एक मेहफिल में बैठे गाना गा रहे थे। उस लाइव कॉन्सर्ट में कुछ ऐसा हुआ जिसे वह देखते ही रह गए। द कपिल शर्मा शो (The Kapil Sharma Show) में पंकज उदास, सिंगर हरिहरन और अनूप जलोटा के साथ पहुंचे थे। ऐसे में कपिल शर्मा ने एक सवाल तीनों सिंगर्स से पूछा। कपिल ने पूछा कि क्या कभी कॉन्सर्ट्स या फिर मेहफिलों में ऐसा हुआ है कि जब  आप ध्यान में गा रहे हों और आपको गानों की रिक्वेस्ट आए तो आप परेशान हो गए हों।

इस पर हरिहरन ने सबसे पहले अपना एक्सपीरियंस शेयर किया। हरिहरन ने कहा- ये बिलकुल होता है, कजरारे कजरारे की रिक्वेस्ट गाने के बीच में आ जाती है। लेकिन मुझे जो अपना गाना होता है मैं वो गा देता हूं। डिस्टर्ब नहीं होना चाहिए। क्योंकि अगर डिस्टर्ब हो गया तो सारा चौपट हो जाता है। तो मैं ये कहता हूं कि कजरारे तक पोहुंचूंगा अभी ये गा लेता हूं।

तभी पंकज उदास बोल पड़ते हैं- सही में आपने जो बात कही ना ये मेरे साथ भी हुआ। बहुत सालों पहले की बात है कम से कम 25 सालों की बात। मैं गा रहा था वहां पर, पब्लिक ओपनएयर शो था। तो मैंने 3-4 गजलें गाई होंगी। तो एक साहब मेरे पास आए और बोले भई फलां-फलां गजल है तो अभी गा दो। तो एक कलाकार का अपना मूड होता है आप जानते हैं।

तो मैंने कहा- क्यों अभी सुनाऊं भई , मैं किसी का गुलाम तो हूं नहीं। कि अभी कहोगे गाने को तो अभी ही गा दूंगा। इस पर कपिल मजाकिया अंदाज में कहते हैं- गुलाम अली साहब होते तो गा देते।

पंकज बोले- तो मैं सुनाता हूं फिर। थोड़ी देर बात फिर रिक्वेस्ट आई, कि वो साहब सामने बैठे हैं-उनकी फरमाइश है। सामने देखा तो एक साहब बैठे हुए हैं। एक दम बड़ी बड़ी आंखें और हाथ बांधे। तो मुझे थोड़ा गुस्साआया कि भई सुनाने वाला हूं, पर इतनी जल्दी क्या है उनको?तो थोड़ी देर बात मैंने देखा-तो उन्होंने अपनी जेब से एक रिवॉल्वर निकाली। और रिवॉलवर दिखाते हुए लहराने लगे। उसके बाद मेरी जो हालत हुई है।

पंकज उदास के बाद अनुप जलोटा ने भी अपना एक्सपीरियंस शेयर किया और बताया कि एक फरमाइश मुझे भी आई थी। वो बोला- अनुप जी वो ऐसी लागी लगन सुना दीजिए। तो मैंने कहा हां हां क्यों नहीं। मैंने जैसे ही शुरू किया वो बाहर चले गए।

कपिल ने पूछा क्यों? अनुप ने कहा जब मैंने गाना खत्म किया तो वो आए।  मैंने कहा- ये क्या हुआ यार तुमने फरमाइश की थी तुम बाहर चले गए। तो वो बोला- मैंने तो सुना हुआ था, ये लोग सुनें।