Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: तारक मेहता… शो टीवी के सबसे बेहतरीन कॉमेडी सीरियल्स में गिना जाता है। शो मे व्यापारी जेठा लाल अक्सर मुसबीतों से घिरे रहते हैं। लेकिन उनकी सबसे बड़ी मुसीबतों में से एक है उनका साला सुंदर लाल। जेठा लाल की पत्नी दयाबने की आंखों का तारा उनका सुंदर वीरा अपने जीजा जी यानि जेठा लाल को चूना लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ता है। जिस वजह से जेठा लाल जब भी उसे गोकुलधाम सोसायटी आते देखते हैं, उनके होश उड़ जाते हैं। एक बार शो में दिखाया गया था कि जेठा लाल अखबार में पढ़ते हैं कि दुख मंजन नाम के पंडित जी साला शांति हवन कराते हैं। जिसके बाद जेठा लाल अखबार से नंबर लेकर पंडित जी को फोन करते हैं।

पंडित जी से बात पक्की होने के बाद जेठा लाल अपने परम मित्र तारक मेहता से मंदिर आने को कहते हैं। इसके बाद दोनों मंदिर में जाते हैं और जेठा लाल साला शांति हवन कराने के लिए दुख मंजन महाराज को अच्छी खासी रकम भी दे देते हैं। जिसके बाद पंडित जी हवन आरंभ करते हैं। लेकिन जेठा लाल उस बीच पंडित जी से पूछते हैं कि हवन के बाद मेरा साला सुंदर मुझे परेशान तो नहीं करेगा? इस पर पंडित जी कहते हैं बिलकुल मत घबराओ तुम्हारा साला हवन के बाद तुम्हें बिलकुल भी नहीं सताएगा। ये सुनकर जेठा लाल खिल उठते हैं और हवन कराने बैठ जाते हैं।

हालांकि तारक मेहता जेठा लाल से इस तरह की बातों पर विश्वास न करने की सलाह देते हुए, उन्हें इस हवन को कराने से रोकते हैं। लेकिन साले से अत्यंत दुखी जेठा लाल उनकी एक नहीं सुनते और बस अपने साथ रहने को कहते हैं। कुछ देर बाद जब मेहता साहब मंदिर में इधर-उधर घूम रहे होते हैं… तब उनकी नज़र मंदिर आ रही अपनी पत्नी अंजली और जेठा लाल की पत्नी दयाबेन पर पड़ती है। जिसके बाद जेठा लाल के परम मित्र के होश उड़ जाते हैं।

इसके बाद तारक मेहता भाग कर जेठा लाल के पास जाते हैं और उनसे छुपने को कहते हैं। जिसके बाद वो लोग दयाबेन की नजरों से बचने में कामयाब हो जाते हैं। हालांकि ये कामयाबी ज्यादा देर नहीं रहती। थोड़ी ही देर में दयाबेन मंदिर की सीढ़ियों से फिर वापस मंदिर में आती हैं और जेठा लाल को साला शांति हवन कराते देख लेती हैं। जिसके बाद जेठा लाल की सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाती है।