Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: गोकुलधाम में इन दिनों एक विचित्र परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। शो में अब तक दिखाया गया है कि सभी गोकुलधाम वाले अपनी-अपनी मातृभाषा में बोल रहे हैं। ऐसे में सबको एक दूसरे की बात समझने में बहुत दिक्कत आ रही है। वहीं इस बात से बेखबर जेठा लाल के बापू जी चंपक लाल मंदिर से दर्शन करने के बाद लौटेंगे तब, तारक मेहता और डॉक्टर हाथी उन्हें सारा किस्सा बताते हैं। इसके बाद ये दोनों बापू जी से समस्या का हल निकालने को भी कहते हैं। वहीं दोनों की बात सुनकर जेठा लाल के बापू जी सभी गोकुलधाम वासियों को एक साथ बाहर बुलाते हैं और सारी बात पूछते हैं।

लेकिन कोई भी चंपक चाचा के सवाल का जवाब नहीं देता है। इसके बाद जेठा लाल कहते हैं कि बापू जी सभी मौन धारण करके रहेंगे ही क्योंकि गलती इन्हीं लोगों की है। इसके बाद भिड़े मराठी भाषा में कहते हैं जेठा लाल मैं चुप हूं तो इसका ये मतलब नहीं तुम कुछ भी बोलोगे। इसके बाद अय्यर गोकुलधाम में पैदा लड़ाई की परिस्तिथि का जिम्मेदार जेठा लाल को ठहराते हैं। जिसके बाद फिर सभी गोकुलधाम वासी आपस में लड़ने लगते हैं। आने वाले एपिसोड में देखना दिलचस्प होगा कि क्या चंपक लाल सबके बीच सुलह करा पाएंगे और फिर से गोकुलधाम में शांति होगी या फिर मामला और उलझ जाएगा।

शो में जो कुछ भी होगा, उससे हंसी और ठहाकों की गारंटी पक्की है। वहीं इससे पहले गोकुलधाम मे इस लड़ाई की शुरुआत तब हुई थी। जब आत्माराम भिड़े को सभी ने सुविचार अपनी-अपनी भाषा में लिखने को कहा था, जिसके बाद सभी के बीच में खूब हंगामा देखने को मिला था। बात इतनी बड़ गई थी कि जेठा लाल द्वारा रखी गई उम्बाड़ियो पार्टी(गुजराती खाने) तक को कैंसिल करना पड़ा था।

इसके बाद सबने फैसला किया था कि वो अपनी ही मातृभाषा में बात करेंगे। इसलिए अय्यर तामिल बोलते दिखे तो वहीं सोढ़ी पंजाबी भाषा में बात कर रहे थे। तो जेठा लाल और भिड़े ने गुजराती और मराठी भाषा में बात करना शुरू कर दिया। हद तो तब हो गई जब गोकुलधाम की महिला मंडली ने भी इस बात का समर्थन करते हुए अपनी-अपनी मातृभाषा में बोलने का फैसला कर लिया।