Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: तारक मेहता… में दर्शकों को जेठालाल की बबीता से जितनी फ्लर्टिंग पसंद आती है। उतनी ही बबीता के पति अय्यर से उनकी नोंक-झोंक को भी फैंस एंजॉय करते हैं। एक बार शो में दिखाया गया था कि मकर संक्रांति के दिन गोकुलधाम में पतंग उड़ाने का प्रोग्राम रखा जाता है। इस दौरान सोसायटी के एकमेव सेक्रेटरी आत्मा राम भिड़े सभी से कहते हैं कि कल सभी मिलकर सोसायटी की छत से पतंगबाज़ी करेंगे। जिसके बाद जेठालाल मकर संक्रांति से एक दिन पहले खूब खुश होते हैं और मन ही मन खुद से कहते हैं कल तो बबीता जी की साथ मकर संक्रांति पर मजे करूंगा।
अगले दिन सुबह यानि मकर संक्रांति पर जेठालाल सबके साथ पतंग उड़ाने छत पर पहुंचते हैं, तो हमेशा की तरह ही इस बार भी बबीता को देखकर उनकी नज़रें फिसल जाती हैं। बबीता को देख जेठालाल कहते हैं बबीता जी आप क्या कमाल लग रही हैं। ऐसा लग रहा है कि आप जैसे विदेश से आए हैं। इतना ही नहीं जेठालाल बातों ही बातों पतंग को भूल कर बबीता से ही पेंच लड़ाने लग जाते हैं। लेकिन जब ये सब अय्यर देखता है, तो वो हवा में तैरती जा रही जेठालाल की प्यार की डोर को ये कह कर काट देता है, कि जेठालाल बात ही करते रहोगे या पतंग भी उड़ाओगे।
इस पर जेठालाल प्यार की दुनिया से वापस निकल कर गोकुलधाम में आते हैं और चौंकते हुए कहते हैं, हां.. हां बिलकुल अय्यर भाई देखना आज मैं आपकी डोर काट कर रहूंगा। इस पर अय्यर और जेठालाल आंखों ही आंखों में एक दूसरे के कहने का मतलब समझते हुए वहां से चले जाते हैं। मकर संक्राति पर गोकुलधाम में पतंगबाजी की प्रतियोगिता चल रही होती है। इसमें बबीता जेठालाल की टीम में होतीं हैं तो वहीं अय्यर भिड़े की टीम में होता है।
जेठालाल को असली मज़ा तो तब आता है, जब बबीता जेठालाल की चरखी को पकड़ लेती हैं और उनको सपोर्ट करते हुए अय्यर की पतंग काटने के लिए बोलती हैं। ये देख जेठालाल अपने दुश्मन अय्यर को चिढ़ाते हुए कहते हैं, देखा अय्यर भाई मेरे पास बबीता जी का सपोर्ट है, मेरी पतंग काट कर दिखाओ। ये सुनकर अय्यर आग बबूला हो जाता है और बबीता के पास जाने लगता है लेकिन पतंगबाज़ी की प्रतियोगिता की वजह से कोई उसे जाने नहीं देता और वो जेठालाल और बबीता को एक साथ पतंग उड़ाता देख जलता रहता है।