Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: तारक मेहता… में जेठालाल की किस्मत बहुत ही खराब है। शो में उनके परम मित्र तारक मेहता उनकी किस्मत के लिए यहां तक कहते हैं कि किसी पर शनि की दशा आ जाए लेकिन जेठालाल दशा न आए। ऐसे ही एक बार शो में दिखाया गया था कि जेठालाल और गोकुलधाम के सारे मर्द मिलकर अपने अपने घर पर झूठ बोलकर पार्टी-शार्टी का प्लान बनाते हैं। इस दौरान सभी घर पर शाम को देर से आने का बहाना बना निकल जाते हैं। बाद में जेठालाल की दुकान पर सब इकठ्ठे हो कर सोढी की जीप में पार्टी करने जा रहे होते हैं।

शो के सभी फैंस जानते हैं कि रौशन सिंह सोढी कितने उत्साही इंसान हैं। वो उत्साह-उत्साह में नो एंट्री में गाड़ी डाल देते हैं। जिसके बाद पुलिस वाले आगे नाके पर जा कर उन लोगों को रोक लेते हैं। लेकिन जेठालाल अपनी मस्ती में मस्त होते हैं और गोकुलधाम वालों से कहते हैं कि चिंता मत करो मैं दो मिनट में बात निपटाता हूं। जिसके बाद जेठालाल एक ईमानदार पुलिस वाले से साइड में जाकर रिश्वत लेकर मामला रफा-दफा करने को कहते हैं। रिश्वत की बात सुनकर पुलिस इंस्पेक्टर गुस्सा हो जाता है और जेठालाल सहित सभी गोकुलधाम वासियों को हवालात में डाल देता है।

इसके बाद वहां सभी गोकुलधाम वाले सोचते हैं कि अगर इस बात का पता हमारे परिवारों को चला तो वो लोग बहुत गुस्सा हो जाएंगे। जिस वजह से वो इंस्पेक्टर से सॉरी बोलते हैं। लेकिन पुलिसवाला सख्ती दिखाते हुए उन लोगों को एक शर्त के साथ छोड़ता है। वो कहता है कि कल सभी अपने परिवार से किसी ना किसा को लेकर आना, जिसके बाद अगले दिन सुबह जेठालाल अपनी पत्नी दया को नकली अपनी मां बनाकर पुलिस स्टेशन ले जाते हैं। जेठालाल जैसे ही वहां से निकल रहे होते हैं। तभी वहां उनके बापू जी आ जाते हैं।

बापू जी को पुलिस स्टेशन आता देख जेठालाल की सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाती है। लेकिन दया, बापूजी को देख कर वहां से निकल जाती है। जेठालाल भी मुंह घुमाकर जा ही रहे होते हैं, कि इंस्पेक्टर पीछे से आवाज़ देता है कि जेठालाल अपना मोबाइल तो ले जाओ। ये सुनते ही बापू जी की आंखें फटी रह जाती हैं और जेठालाल की उन्हें देख हालत खराब होने लगती है। बापू जी के पैरों तले तब ज़मीन खिसकती है जब उनको इंस्पेक्टर बताता है कि नो एंट्री में गाड़ी चलाने के बाद पुलिस को रिश्वत देने के जुर्म में इन्हें पकड़ा था। इनकी मां के आने पर इन्हें छोड़ा गया है।