Taarak Mehta ka Ooltah chashmah: गोकुलधाम सोसायटी ऐसी जगह है जहां हंगामें कभी खत्म नहीं होते हैं। हाल ही में शो में देखा गया था कि सभी अपनी-अपनी मातृभाषा में बात करने की जिद पर अड़ गए थे जिसके बाद जेठा लाल द्वारा आयोजित उम्बाड़ियो (गुजराती खाने) की पार्टी को कैंसिल करना पड़ा था। इसके बाद गोकुलधाम में सबके बड़े चंपक चाचा को बीच में आकर सभी को समझा कर मामला शांत करना पड़ा था। जैसे-तैसे ये मामला शांत हुआ तो अब एक नया बवाल खड़ा हो गया है। अब्दुल की सोडा शॉप पर सोडा पीने पहुंचे जेठा लाल सभी गोकुलधाम के मर्दों के सामने कहते हैं आज कल धंधे में मंदी बढ़ गई है। जिसके बाद अय्यर कुछ ऐसा कहते देते हैं कि दोनों में झगड़ा फिर बढ़ जाता है।
दरअसल जेठा लाल की मंदी की बात सुनकर अय्यर उनसे कहते हैं कि अपनी दुकान और फ्लैट बेच कर जेठा लाल को बचाओ यानी अपने गांव में लौट जाना चाहिए। अय्यर की ये बात सुनकर जेठा लाल को गुस्सा आ जाता है और वो अय्यर पर तंज कसते हुए कहते हैं कि आप की बात बिल्कुल सही है, लेकिन मेरे साथ आपको भी बचाओ चलना पड़ेगा। जब अय्यर कहते हैं क्यों मैं क्यों जाउंगा तुम्हारे साथ बचाओ इस पर जेठा लाल कहते हैं कि किसानी के लिए बैल की जरूरत होती है, तो आपकी तो जरूरत पड़ेगी ही। इस बात पर सोडा शॉप में दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो जाता है।
वहीं इससे पहले शो में जेठा लाल के पिता जी यानी चंपक लाल ने मातृभाषा की लड़ाई को शांत कराते सबको एक दूसके की मातृभाषा का सम्मान करने की नसीहत दी थी। जिसके बाद गोकुलधाम में कैंसिल हुई उम्बाड़ियो पार्टी का आयोजन एक बार फिर रखा गया और सभी गोकुलधाम वासियों ने मिलजुल कर हिस्सा लेते हुए उम्बाड़ियो(गुजराती खाने) का आनंद उठाया था।
बता दें तारक मेहता का उल्टा चश्मा साल 2008 से लगातार टीवी पर प्रसारित किया जा रहा है। इस पारिवारिक कॉमेडी शो को बच्चों से लेकर बूढ़े और जवान सभी वर्गों में खासी लोकप्रियता हांसिल है। ये शो गुजराती लेखल तारक मेहता द्वारा लिखी गई किताब पर आधारित है।