Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: तारक मेहता… दर्शकों के बीच खासा पॉपुलर है। शो के सारे किरदार के एक से बढ़कर एक हैं। जिसमें जेठालाल जो इस शो के मुख्य किरदार हैं उनकी दो बात ही निराली है। वो अपनी लाइफ में सिर्फ दो ही चीज़ें चाहते हैं, एक गढ़ा इलेक्ट्रॉनिक्स पर नट्टू काका और बागा कभी पगार बढ़ाने की बात ना करें और दूसरा वो अपनी पड़ोसी बबीता से जितना मन हो उतना फ्लर्ट करते रहें। उन्हें इंप्रेस करने की कोशिश करते रहें और अय्यर की जगह ले सकें। एक बार जेठालाल की ये हसरत पूरी भी हुई थी। दरअसल इस शो के सारे फैंस इस बात को जानते हीं होंगे कि गोकुलधाम एक अलग ही दुनिया है। जिस तरह लोग सामान्य दुनिया में अलग-अलग काम करते हैं गोकुलधाम वाले उसे अपनी सोसायटी में ही कर लेते हैं।
ऐसे ही शो में एक बार दिखाया गया था कि, क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल की तर्ज पर ही गोकुलधाम में जीपीएल का आयोजन किया गया था। इस दौरान दो टीमें बनाई गईं। एक ‘बबीता के ब्लास्टर्स’ और दूसरी ‘दया के डांडिया’ दोनों ही टीमों में अपनी-अपनी टीम की कप्तान दयाबेन और बबीता जी थीं। इस दौरान जेठालाल को बबीता ने अपनी टीम में चुना। इससे जेठालाल बहुत ज्यादा खुश हुए, वहीं दूसरी ओर टीम के चुनाव के वक्त अय्यर भाई को दया की टीम में जगह मिली। ये देखकर जेठालाल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि इस बार बबीता अय्यर से दूर जेठालाल के पाले में थीं।
दोनों ही टीमों का चुनाव हुआ। मैदान में अंपायर के तौर पर चंपक लाल गढ़ा यानि जेठालाल के पिता जी को चुना गया। इस दौरान जब जेठालाल को बबीता के साथ बैटिंग करने का मौका मिला तो, वो उनसे पिच पर ही फ्लर्ट करने लगे। वहीं बबीता, जेठालाल से कहती हैं कि आप अपना विकेट बचा कर खेलना हमें लंबी पार्टनरशिप करनी हैं। इस पर जेठालाल तपाक से बोले आपके साथ पार्टनरशिप तो लंबी ही होगी। तभी वहां अय्यर आ जाता है और जेठालाल को बबीता का हाथ पकड़ा देख जल-भुन जाता है।
जीपीएल-2 के इस क्रिकेट मैच का नतीजा भले ही किसी के भी हक में रहा हो। लेकिन जेठालाल का एक बार फिर अपनी पड़ोसी बबीता के साथ टाइम बिताने का सपना जरूर पूरा हो गया। बबीता की टीम में जाने से जेठालाल को कितनी खुशी मिली है। इस बात को जेठालाल के अलावा दो लोग और समझ रहे थे। उनमें से एक जेठालाल के परम मित्र तारक मेहता थे तो वहीं दूसरे बबीता के पति अय्यर थे।