Shaktiman: चोरनी शालू शक्तिमान तक पहुंचने के लिए गंगाधर का सहारा लेती है और उसे किडनैप कर लेती है। वह कहती है हम शक्तिमान को 50 लाख मासिक चंदा देंगे। कि़डनैपर (शालू) कहते हैं कि हम शक्तिमान को इसलिए चंदा देना चाहते हैं ताकि उसकी कृपा हमारे उपर बनी रहे। यह बात सुन गंगाधर नाटक करते हुए कहता है कि इसका मतलब आप शक्तिमान को सुरक्षाधन देना चाहते हैं।
गंगाधर शक्तिमान का पता बताने को राजी इस बात पर होता है कि उसको भी 5 प्रतिशत राशि चाहिए। वहीं उसे बेवकूफ कहने पर वह कहता है कि आप मुझे बेवकूफ बोले हैं तो मैं 10 प्रतिशत राशि से कम नहीं लूंगा। गंगाधर कहता है कि देवीजी को भी हिस्सा देना होगा यानी शक्तिमान का पता वही बताएंगी। गंगाधर से ऐसी बात सुन वह प्लान बनाते हैं और गंगाधर को रस्सी से बांध वह गीता विश्वास के पास जाने की बात कहते हैं।
वहीं जेजे नकली गंगाधर बनकर गीता विश्वास को सुनसान जगह ले आता है। गीता पूछती है कि कहां ले आए हो तो वह कहता है जहां खत्म होती तुम्हारी और शक्तिमान की कहानी। गीता विश्वास पहचान जाती है कि वह गंगाधर नहीं बल्कि मायावी है। गीता कहती है तुम शक्तिमान नहीं हो सकते। तुम वही हो जो शालीग्राम बनकर आए थे। वहीं शक्तिमान भी उस जगह पहुंच जाता है…
कमिश्नर की बेटी को किडनैपर किडनैप कर गाड़ी में बैठाने वाले होते हैं कि लोग आ जाते हैं। वहीं किडनैपर बंदूक ताने कहते हैं कि पीछे हट जाओ वराना भून डालेंगे। वह अंधाधुंध गोलियां चलाने लगते हैं कि शक्तिमान वहां आ जाता है और सारी गोलियां खुद पर ले लेता है। शक्तिमान सबको सबका सीखा देता है जिसके बाद सभी शक्तिमान को धन्यवाद देते हैं..
चोरनी शालू अपने साथी के साथ मिल सेठ छगन लाल को ठग लेती है। पहले छगनलाल का उसका साथी बैग छिन भागता है लेकिन पकड़ा जाता है। वहीं शालू खुद को क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बताते हुए वहां पहुंचती है और मामला पूछती है। वह छगन लाल का बैग मांगती है जिसमें पास में खड़ा उसका साथी बगल से हाथ डाल उसमें से 3000 हजरा रुपए निकाल लेता है। इसके बाद दोनों वहां से बहाना बना निकल जाते हैं...
जहरीले घेरे के कैद से शक्तिमान गीता को मुक्त कराने में कामयाब हो जाता है। शक्तिमान अपनी शक्तियों से अपने दूसरे बाहर और अंदर दोनों जगह एक साथ दिखाई देता है। वह बाहर से घेरे को नष्ट कर देता है और गीता के साथ गहरे पानी में चला जाता है.
गीता जहर के घेरे में होती है। वह शक्तिमान को इससे दूर रहने को कहती है लेकिन शक्तिमान उस घेरे में चला जाता है जिसके बाद दोनों जहरीले घेरे में फंस जाते हैं। वहीं बुरी शक्ति कहती है कि इसे हटाने का साहस मत करना शक्तिमान। इसकी दो सतहों के बीच जहर भरा है जो हवा के साथ मिलकर तुम्हें और गीता को मौत घाट उतार सकता है। शक्तिमान से कहता है कि तुमपर शायद ये जहर असर ना करे लेकिन इस शहर को ये तबाह कर देगा। वहीं गीता जहर से बैचेन होने लगती है उसकी सांस फुलने लगती है।
जेजे के चाल में गीता विश्वास फंस जाती है। गीता के सामने वह गंगाधर का रूप ले जाता है और उसे एक सुनसान सी जगह ले जाता है। गीता विश्वास के घर जब गंगाधर पहुंचता है तो उसके पिता बताते हैं कि वह तो अभी तुम्हारे साथ ही गई थी। गंगाधर समझ जाता है कि वह मुश्किल में है..