न्यूज 18 इंडिया की लाइव डिबेट में टीएमसी समर्थक तौसीफ़ ख़ान और राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा के बीच तगड़ी बहस छिड़ गई। अमिश देवगन के डिबेट शो में राकेश सिन्हा की दलितों के अपमान पर माफ़ी मांगने की बात का तौसीफ़ ख़ान ने जवाब दिया।
डिबेट में राकेश सिन्हा अपनी बात को ऊपर रखते हुए कहते हैं- ‘ये दलितों का ही अपमान नहीं है, देश की 130 करोड़ जनता का अपमान है।’ सांसद राकेश सिन्हा लगातार डिबेट में इस बात को रिपीट कर रहे थे। वहीं टीएमसी समर्थक तौसीफ खान ने जब अपनी बात रखनी शुरू की तो उस वक्त फिर से राकेश सिन्हा अपनी बात बीच में बोलने लगे। बार बार बोलने पर भी जब वह नहीं रुके तो तौसीफ खान ने राकेश सिन्हा के लिए कहा कि कौन है यार?
अमिश देवगन से शिकायत करते हुए वह बोले- चीप डिबेट अच्छी नहीं लगती। उनको मौका दिया गया है तो वो बोलेंगे, मुझे मौका दिया गया है तो मैं बोलूंगा। सांसद राज्यसभा राकेश सिन्हा ने जवाब में कहा- आप क्या अजीबों-गरीब बातें करने लगे हैं, य़े भाषण का समय नहीं है।
तो वहीं JDU प्रवक्ता अजय आलोक ने कूचबिहार की घटना पर तौसीफ़ ख़ान से एक सवाल पूछ लिया? जिसका जवाब वह नहीं दे पाए और चुप हो गए। जेडीयू प्रवक्ता ने पूछा- तौसिफ भाई आपकी बंगाल पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया इस मामले में। तीनों के नाम बताएंग, नेशनल टीवी चैनल पर?
#आर_पार
राकेश सिन्हा की दलितों के अपमान पर माफ़ी माँगने की बात का तौसीफ़ ख़ान ने क्या दिया जवाब.#coochbeharfiring #WestBengalElections #MamtaBanerjee #BJP #TMC @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/HIL39apWhH— News18 India (@News18India) April 12, 2021
अमिश इस दौरान कहत हैं- तौसिफ आपसे पूछा जा रहा है कुछ। इस पर तौसिफ कुछ नहींं कहते, तब जेडीयू प्रवक्ता कहते हैं ये देखिए ये होती है तुष्टिकरण। मस्जिद में 3 बजे घोषणा कर के वो मौक लिंचिंग नहीं की गई थी, ये प्लैन मर्डर किया गया था।
इस डिबेट को देख कर लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। एक यूजर ने कहा- TMC वाले सब दोगले हैं, अपने लिए एक कानून, दूसरे के लिए दूसरा क़ानून! एक नैे कहा- कूचबिहार में बूथ पर तैनात जवान गोली नहीं चलाते तो उपद्रवियों की भीड़ जवानों को जान से मार देती। उपद्रवियों ने जनता को वोट तक डालने से रोका था। आज जवानों के सुरक्षा में सभी मतदाता वोट कर रहे हैं। नितिन नाम के यूजर ने लिखा- शुक्र है तौसीफ जैसे लोग वीडियो के जरिए ऐसा बोलते हैं। पब्लिक में ऐसा करेंगे तो पब्लिक सुनेगी नहीं।