बीआर चोपड़ा के ‘महाभारत’ में महाबली भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती के सामने उस वक्त एक ऐसी चुनौती आ गई थी कि उन्होंने शो करने से ही मना कर दिया था। पेशे से एथलीट रहे प्रवीण कुमार ने TOI को दिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि एथलेटिक्स के क्षेत्र से सिल्वर स्क्रीन तक की यात्रा काफी शानदार रही है। लेकिन जब खेल से एक्टिंग की तरफ रुख किया तो उनके सामने हिंदी डायलॉग बोलने की सबसे बड़ी चुनौती थी। चूंकि प्रवीण पंजाब से ताल्लुक रखते ते लिहाजा वे ठीक से हिंदी डायलॉग नहीं बोल पाते थे।
प्रवीण कुमार ने बताया कि कुछ दिन डायलॉग बोलने के बाद क्रू के लोगों ने कहा कि मेरी आवाज को डब कर देनी चाहिए। डब की बात सुन मैं काफी गुस्सा हो गया था। प्रवीण कुमार के मुताबिक तब उन्होंने बीआर चोपड़ा से कह दिया था कि वे मूर्ति बनकर खड़े होने के लिए नहीं आए हैं। और बिना डायलॉग बोले ये रोल नहीं करेंगे।
डायलॉग बोलने के लिए ले आए महाभारत ग्रंथ
प्रवीण कुमार के मुताबिक वे बीआर चोपड़ा से एक हफ्ते का समय मांगे। वे महाभारत ग्रंथ लेकर आए और घर में उसे जोर-जोर से पढ़ते। बकौल प्रवीण कुमार-मैं महाभारत ग्रंथ लेकर आया और घर में उसकी लाइन जोर-जोर से बोलने लगा था। उसमें कई कठिन शब्द थे, जिसे मैं एक कागज में लिखकर जोर-जोर से बार-बार पढ़ता था। प्रवीण कुमार ने बताया इतना कुछ करने के बाद जब वे एक हफ्ते बाद जब सेट पर पहुंचे तो उनसे सभी काफी प्रभावित हुए थे।
ऐसे बने थे महाभारत के ‘भीम’
प्रवीण कुमार को एक दोस्त के जरिए इस बात का पता चला था कि बीआर चोपड़ा महाभारत बना रहे हैं। इसके लिए सभी किरदारों की कास्टिंग हो चुकी है लेकिन अभी तक भीम का किरदार निभाने वाला कोई नहीं मिला है। दोस्त के कहने पर प्रवीण कुमार ने बीआर चोपड़ा से अपॉइंटमेंट लिया और मिलने पहुंच गए। प्रवीण कुमार की मानें तो उन्हें देखते हुए बीआर चोपड़ा ने भीम के रोल के लिए साइन कर लिया। बकौल प्रवीण, आज भी मैं बाहर जाता हूं तो बच्चे कहते हैं वो देखो भीम अंकल। लोग बच्चों को मेरे पास लाकर आशीर्वाद मांगते हैं। ये सब महाभारत के कारण हुआ है।
एशियन गेम्स में प्रवीण कुमार भारत के लिए ला चुके हैं दो गोल्ड
प्रवीण कुमार अब 73 साल के हो चुके हैं। उन्होंने 50 फिल्मों में काम किया। साल 1987 में आई अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म शहंशाह में भी नजर आए। प्रवीण दो बार ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। पहले एशियन गेम्स में कई पदक जीते हैं जिनमें से दो गोल्ड भी हैं। प्रवीण कुमारहैमर और डिस्कर थ्रो यानी गोला और चक्का फेंकने में एशिया में रिकॉर्ड बना चुके हैं। खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए भीम यानी प्रवीण को अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था।
