Bharti Singh Birthday: टेलीविजन के दुनिया की मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह आज अपना 37 वां जन्मदिन मना रही हैं। अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है वो काबिले तारीफ है। भारती को टीवी इंडस्ट्री में मुकाम बनाने में शायद उतनी मुश्किलें नहीं हुई हो, जितनी उन्होंने अपने बचपन में देखी। अव्वल तो ये कि गरीबी इतनी थी कि उनकी मां उन्हें जन्म देना ही नहीं चाहतीं थीं। जब वो गर्भ में थीं तब उनकी मां ने कई दवाईयां लीं ताकि भारती जन्म ही न ले सकें।

जब भारती का जन्म हुआ उसके कुछ ही समय बाद उनके पिता का निधन हो गया। पिता के निधन के बाद उनकी मां एक कंबल बनाने वाली फैक्ट्री में काम करने लगीं लेकिन उतने पैसे में घर का गुजारा मुश्किल से चल पाता था। भारती के पिता ने जिन लोगों से कर्ज लिया था, उन लोगों ने आकर उनकी मां को तंग करना शुरू कर दिया। भारती ने ज़ी टीवी के शो जज़्बात में अपने बचपन की मुश्किलों का जिक्र किया था।

उन्होंने बताया था कि लोग उनकी मां को गालियां देने लगे थे और इस वजह से उन्हें मर्दों से नफरत होने लगी थी। उन्होंने बताया था, ‘जब मैं बड़ी होने लगी तो जिनसे हमने पैसे उधार लिए थे या मेरे पिता लेकर गए थे, वो लोग रोज आते थे। गालियां देने लगे थे। फिर मुझे लगने लगा कि ये मेरी मम्मी को गलत बोल रहा है, मेरी मम्मी को गाली दी इसने।’

भारती ने बताया था कि वो उम्र से पहले ही बड़ी होने लगीं थीं। वो आगे बोलीं, ‘मुझे मर्दों से नफरत होने लगी कि ये मेरी मम्मी को गालियां क्यों देते हैं। आकर मेरी मम्मी इतना रोती थीं, फिर डबल काम करने लग जाती थीं। मैं बड़ी होती गई और मुझे पता चलता गया कि ये गरीबी है।’

 

इतना बताते हुए भारती सिंह की आंखों में आसूं आ गए और उनका गला भर्रा गया। भारती सिंह की मां की हर दिन के 50 रुपए के करीब दिहाड़ी मिलती थी जिसमें पूरे परिवार का खर्च चलाना मुश्किल था। भारती सिंह ने अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूल से की। इसी दौरान उन्होंने एनसीसी ज्वाइन कर लिया।

एनसीसी के कैंप में ही चुलबुली भारती को सुदेश लाहिड़ी ने देखा था और एक नाटक में काम दे दिया। इसके बाद भारती नाटकों में काम करती गईं। भारती को पहला बड़ा ब्रेक साल 2008 में मिला। उन्होंने इसी साल ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में हिस्सा लिया और सबको खूब हंसाया। The Kapil Sharma शो से भारती भारत के हर घर में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुईं।

 

भारती को स्पोर्ट्स में भी काफी दिलचस्पी थी। उन्होंने पढ़ाई के दौरान तीरंदाजी और शूटिंग में खुद को पारंगत किया। वो इन दोनों ही स्पोर्ट्स में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं।