लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। तसलीमा नरसीन बांग्लादेश के धर्मस्थलों में बलात्कार होने के आरोप लगाती नजर आई हैं। अपने ट्विटर पर पोस्ट कर तसलीमा ने कहा है-‘बांग्लादेश के मस्जिद और मदरसों में रोजाना बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। अल्लाह के नाम पर ये रेप किए जा रहे हैं। ये वहां के शिक्षक और इमाम कर रहे हैं। उनका मानना है कि अगर वह 5 वक्त की नमाज अदा करेंगे तो उनके सारे गुनाह माफ हो जाएंगे।’
तसलीमा नसरीन के इस पोस्ट को पढ़ कर लोगों ने रिएक्शन देना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा- ”बहुत ही शर्म की बात है। अल्लाह क्या जेंडर बायस्ट है क्या? क्या महिलाओं के लिए ही हलाला, ट्रिप्पल तलाक है? अल्लाह ये करने को कहता है क्या? अल्लाह ये सब क्यों चाहेगा और ऐसे लोगों को बचाएगा? उनके गुनाह माफ करेगा?” दूसरे यूजर ने कहा- ‘क्या सिर्फ बांग्लादेश में, अरे ऐसा बहुत जगहों पर चल रहा है। बहुत सारे इमाम ऐसा कर रहे हैं।’ एक यूजर बोला- ‘सौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली।’ तो किसी ने कहा- ‘इतनी बड़ी बेवकूफी सारी दुनियां में कहीं नहीं है।’
एक यूजर ने लिखा- ‘ईश्वर-अल्लाह इस बात की इजाजत कभी नहीं कतई नहीं देते। अपने हिसाब से धर्म चला और बढ़ा रहे हैं ये।’ किसी ने रिएक्ट करते हुए कहा- आप जाकर कर रही हैं ना, जोक?
Imams and Madrasa teachers have been raping children in mosques and madrasas in Bangladesh everyday. They rape in the name of Allah. They know Allah is merciful, so Allah will forgive their sins only if they pray 5 times a day. https://t.co/Yeq13ldxrb
— taslima nasreen (@taslimanasreen) December 7, 2020
एक यूजर बोला- ‘पादरियों, इमामों, पुजारियों, मंत्रियों, शिक्षकों आदि किसी के द्वारा किया गया ऐसा काम बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।इस घृणित व्यवहार में कोई सहिष्णुता उचित नहीं है। इन लोगों को अपने धर्म में सभी सार्वजनिक और फ़ेलोशिप इंटरेक्शन से हटा दिया जाना चाहिए।’ तो कोई बोला- ‘प्रत्येक धर्म का उद्देश्य आध्यात्मिक बनना है! लेकिन यह एक व्यवसाय और शोषण का साधन बन गया है! यदि किसी धर्म में तर्कपूर्ण सोच के लिए कोई स्थान नहीं है, तो धर्म अंततः एक बोझ और अभिशाप बन जाता है!’

