तापसी पन्नू के प्रोडक्शन में बनी दूसरी फिल्म ‘धक धक’ रिलीज हो चुकी है और इसे दर्शकों का पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म में रत्ना पाठक शाह, दिया मिर्जा, फातिमा सना शेख, संजना संघी को मुख्य किरदार में दिखाया है। ये फिल्म चार बाइकर महिलाओं की कहानी पर आधारित है, जो देर-सवेर फ्रीडम का मतलब समझ जाती हैं। तापसी को अपने इस प्रोजेक्ट से काफी लगाव है, क्योंकि उनके लिए फिल्म का निर्माण करना चुनौतियां से भरा रहा है।

हाल ही में ई-टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में तापसी ने कहा कि ओटीटी की धूम के बावजूद ये इंडस्ट्री स्टार्स को फेवर करती है। ऐसे में महत्वाकांक्षी प्रतिभाओं और बड़े सितारों के बीच अंतर और बढ़ जाएगा। तापसी ने बताया कि जैसे ही उनकी फिल्म ‘धक-धक’ का ट्रेलर रिलीज होते ही उन्हें लोगों के अजीबो गरीब कमेंट्स मिलने शुरू हो गए थे।

लोगों का कहना था क्योंकि ये फिल्म महिलाओं पर आधारित है तो इसे कम स्क्रीन मिलेगी और कम ही लोग इसे देखेंगे। कुछ ने तो ये भी कहा था कि थिएटर में फिल्म को रिलीज करना व्यर्थ जाएगा, क्योंकि ये फिल्म ओटीटी पर भी जल्द ही रिलीज होगी।

तापसी पन्नू ने कहा कि उनकी फिल्म एटली की शाहरुख खान-स्टारर ‘जवान’ जितनी बड़ी नहीं है, लेकिन ऐसी फिल्मों को भी दिखाने का उचित मौका दिया जाना चाहिए। एक्ट्रेस ने बताया कि ‘धक-धक’ के निर्माण के वक्त उनका विश्वास खत्म होता जा रहा था। उन्होंने कहा कि लोग कहानी को पूरी तरह से समझने के बजाय मुख्य कलाकारों को जानने को प्राथमिकता देते हैं। तापसी ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं पूछा कि उनके को-एक्टर कौन हैं या निर्माता कितना नामी है। लेकिन इस फिल्म को बनाते वक्त उन्हें एहसास हुआ उनकी ये अप्रोच फिल्म इंडस्ट्री में सामान्य नहीं है।

अभिनेताओं, स्टूडियो और दर्शकों को समान रूप से जवाबदेह ठहराते हुए, तापसी ने कहा, “हम कहते रहते हैं कि बॉलीवुड कुछ सार्थक प्रयास नहीं करता है, लेकिन जब हम ऐसा करने की कोशिश करते हैं, तो शायद ही कोई समर्थन मिलता है और इसे बदलना होगा।”