अफ़ग़ानिस्तान पर 20 सालों दोबारा कब्ज़ा करने के बाद तालिबान ने काबुल में पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। तालिबान के प्रेस कॉन्फ्रेंस की चर्चा भारत में भी खूब हो रही है। सोशल मीडिया पर एक वर्ग पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस न किए जाने को लेकर तंज़ कर रहा है । ट्विटर पर #EvenTaliban ट्रेंड कर रहा है। वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी समेत कई लोग तालिबान के प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर पीएम मोदी पर तंज़ कर रहे हैं।
पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्वीट किया, ‘..अब तो तालिबान ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ली।’ लेखिका ऋचा सिंह ने ट्वीट किया, ‘यहां तक की तालिबान भी अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब दे रहा है.. मैं बस कह रही हूं।’
सुष्मिता मजूमदार नाम की एक यूजर ने लिखा, ‘तालिबान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। मोदी ने 7 सालों में एक भी नहीं किया।’ मलिक नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘तालिबान ने आते ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यहां तो 7 साल गुजर गए।’
बता दें, काबुल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आश्वस्त करना चाहते हैं कि किसी को कोई नुकसान नहीं होगा। अफ़गानिस्तान में वापसी पर वो बोले, ’20 साल की लड़ाई के बाद हमने देश को आज़ाद कर लिया है और विदेशियों को बाहर निकाल दिया है ।’
महिलाओं पर बात करते हुए मुजाहिद ने कहा, ‘हम शरिया व्यवस्था के तहत महिलाओं के अधिकारों को लेकर प्रतिबद्ध हैं। महिलाएं हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने जा रहीं हैं। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यकीन दिलाना चाहते हैं कि उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।’