तालिबान अफ़गानिस्तान पर पूरी तरह कब्ज़ा करना के बेहद करीब पहुंच चुका है। राष्ट्रपति अशरफ़ गनी देश छोड़कर जा चुके हैं। काबुल पर तालिबानी कब्ज़ा कर चुके हैं। काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी की कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिसे देखकर वहां की अव्यवस्था का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। वहीं कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं हैं जिनमें तालिबान के डर से ब्यूटी पार्लर के मालिक दीवारों पर लगी महिला मॉडल की तस्वीरों को पेंट कर उन्हें छिपाते दिख रहे हैं। अफ़गानिस्तान में फैली इसी अव्यवस्था और डर पर फिल्ममेकर विनोद कापड़ी और अशोक पंडित ने टिप्पणी की है।

विनोद कापड़ी ने ब्यूटी पार्लर पर लगी मॉडल की तस्वीर को पेंट के जरिए छुपाते हुए एक अफ़गान नागरिक की तस्वीर ट्वीट की है, जो काबुल की है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘भारत भी इसी रास्ते पर है।’

वहीं फिल्ममेकर अशोक पंडित ने इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी (Organization Of Islamic Cooperation) पर सवाल उठाया है कि वो अफगानिस्तान मसले पर चुप क्यों है? उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें तालिबानी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में बैठे दिख रहे हैं।

 

 

वीडियो ट्वीट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा, ‘मुझे आश्चर्य हो रहा है कि ओआइसी देश कहां हैं, जब उनका भाई इस्लामिक राष्ट्र संकट में है। यह भयावह है, कैसे इस्लामी देशों के संगठन ने अपने एक साथी देश को छोड़ दिया है। ये वहीं लोग हैं जो भारत की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करते हैं लेकिन अब अफ़ग़ानिस्तान का समर्थक करने की इनके अंदर हिम्मत नहीं है।’

 

 

अशोक पंडित ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘कुछ दादियां सीएए प्रोटेस्ट में सड़क पर बैठी थीं, आईओसी ने तब भारत की राजनीति में हस्तक्षेप किया था। लेकिन आज अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबानियों का कब्ज़ा है, वे अब चुप रहकर इसका समर्थन कर रहे हैं।’ इसी के साथ ही अशोक पंडित ने हैशटैग के जरिए सवाल पूछा है कि कहां है आईओसी।

 

तालिबान अफ़ग़ानिस्तान पर इतनी जल्दी कब्ज़ा कर लेगा, ये अनुमान नहीं लगाया गया था। हाल ही में अमरीकी खुफिया विभाग की एक रिपोर्ट लीक हुई थी जिसमें ये अनुमान लगाया था था कि अफ़ग़ानिस्तान की सरकार 3 महीनों में गिर सकती है और कुछ हफ़्तों में काबुल पर तालिबानियों का कब्जे होगा।

लेकिन बीते कुछ घंटों में घटनाक्रम जिस तेज़ी से बदला है, उसे लेकर पूरी दुनिया स्तब्ध है। तालिबान ने करीब 10 दिनों में ही देश के सभी मुख्य शहरों पर अपना कब्ज़ा किया और अब राजधानी काबुल पर भी उनका कब्ज़ा है।