करीना कपूर खान और सैफ अली खान का बड़ा बेटा तैमूर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में तैमूर ने पैपराजी को फोटो खींचने से रोकते हुए ‘बंद करो’ बोला था। वैस तो तैमूर हमेशा से ही पैपराजी के फेवरेट रहे हैं। लेकिन अब जब तैमूर ने पैपराजी को उनकी फोटो लेने से मना कर दिया तो सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हो गया।
बता दें कि सोशल मीडिया पर तैमूर को इस व्यवहार के लिए ट्रोल किया जा रहा है। आम तौर पर स्टारकिड्स और विशेष रूप से तैमूर फैंस के आकर्षण का केंद्र रहा है। जिनके बारे में सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा होती रहती है। लेकिन इस वीडियो के बाद यूजर्स ने ना केवल तैमूर बल्कि उनके माता-पिता को लेकर भी टिप्पणी की है। अक्सर चर्चा की गई है, उनके माता-पिता ने भी बच्चों के लिए जगह की आवश्यकता पर टिप्पणी की है।
हाल ही में सोहा अली खान के पति और तैमूर के फूफा कुणाल खेमू ने बॉलीवुड बबल से बातचीत में कहा कि अब बच्चे बड़े हो रहे हैं और जो उन्हें पसंद नहीं है, वे वही बोलेंगे। कुणाल का कहना है कि पैपराजी का कल्चर बच्चों के आसपास अब खत्म होना चाहिए। इसके साथ ही कुणाल ने कहा कि बच्चों से पहले, सोशल मीडिया पर लोगों को उनके व्यवहार पर विचार करना चाहिए।
कुणाल ने कहा, जो लोग बैठकर इस बारे में टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें बदलना चाहिए। मुझे बच्चों की एक बात अच्छी लगती है कि वो किसी चीज की परवाह नहीं करते, उनके मन में जो आता है बोलते हैं। अगर उन्हें कुछ पसंद नहीं वो कह देते हैं। एक्टर ने कहा, बच्चा जो चाहता है कर सकता है। अगर अब तुम आकर बच्चे के चेहरे के पास उसकी तस्वीर लोगे और अगर उसे ये पसंद नहीं तो वो कहेगा ही। जिन्हें इस बात से परेशानी है कि वो कैसे रिएक्ट कर रहा है वो उसकी प्रॉब्लम है। बच्चे को कोई नहीं बताएगा कि ऐसे मत करो या तुम ऐसा क्यों कर रहे हो। पहले की बात कुछ और थी वो छोटा था और किसी ना किसी की गोद में रहता था। अब वो बड़ा हो गया है अगर उसे ये पसंद नहीं आ रहा है तो वो बोलेगा ही।
इसके अलावा सैफ अली खान की बहन सबा पतौड़ी ने भी कुणाल की बात से सहमति जताई है। सबा ने कहा कि उन्हें बहुत हैरानी होती थी जब वो देखती थी कि लोग तैमूर के फैन हैं। और अब जब तैमूर बड़ा हो गया लोग उसे ट्रोल कर रहे हैं, ये देखकर भी वो हैरान हैं।
सबा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, ”लोग एक 5 साल के बच्चे को ट्रोल कर रहे हैं। सबा ने कहा कि आप बच्चों का पीछे पड़ते हैं और फिर जब वे केवल वास्तविक और ईमानदार होते हैं, तो उसी की आलोचना करते हैं। ऐसे कैसे? बच्चे बड़े हो रहे हैं। वे बदलेंगे, विकसित होंगे और सीखेंगे, उन्हें रहने दो। आपको प्रशंसक या कट्टर आलोचक होने की आवश्यकता नहीं है। भगवान आपके और हमारे सभी बच्चों को आशीर्वाद दें। आमीन!”