अपने दो दशक के फिल्मी करिअर में तब्बू कभी अंधी दौड़ में शामिल नहीं हुर्इं क्योंकि वह मानती हैं कि दर्शकों की यादों में रहने के लिए एक अच्छी भूमिका काफी है।

फिल्म ‘हैदर’ की 43 वर्षीय अभिनेत्री बताती हैं कि वह अलग स्वभाव की हैं जिसके कारण वह दूसरों की नकल नहीं करती हैं। तब्बू ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में बताया, ‘मैं लगातार फिल्में नहीं कर सकती। मैं ज्यादा प्रचार प्रसार नही कर सकती।

मेरा स्वभाव है कि मैं किसी भी चीज को बहुत ज्यादा नहीं कर सकती। अगर कोई चीज मुझे पसंद है, मैं इसे करूंगी नहीं तो छोड़ दूंगी। मैंने अंधी दौड़ में शामिल होने की कभी जरूरत महसूस नहीं की।

मुझे एक कलाकार के तौर पर सबसे पहले अपने काम से संतुष्ट होना चाहिए। मैं किसी चीज को इसलिए नहीं करूंगी क्योंकि इसे और लोग कर रहे हैं।