कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को लेकर बीते शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राज्यों के मुख्यमंत्री से मीटिंग की। हालांकि, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ हुई पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक लाइव थी, जिसे लेकर पीएम मोदी ने उन्हें टोका भी। इस मामले को लेकर आज तक के डिबेट शो ‘हल्ला बोल’ में मुद्दा बनाया गया, जिसपर बातचीत करने के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप और आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा के बीच जमकर बहस हुई। वहीं, दूसरी और इस डिबेट शो को लेकर बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) ने भी अंजना ओम कश्यप पर तंज कसा और ट्वीट कर कहा कि देश श्मशान बन जाए, पर अपने आका की छवि खराब न हो।

‘हल्ला बोल’ डिबेट शो में अंजना ओम कश्यप ने राघव चड्ढा से सवाल किया कि लोगों की जिंदगी बचाना प्राथमिकता है या अपनी छवि चमकाना। उनकी इस बात का जवाब देते हुए राघव चड्ढा ने कहा, “प्रधानमंत्री की मीटिंग में वह हर बार अपना भाषण लाइव देते हैं, क्या तब गोपनीयता या प्रोटोकॉल होता है। इसमें कोई गोपनीय, रहस्यमयी या नेशनल सिक्योरिटी पर चर्चा नहीं हो रही थी। खैर अगर किसी को ठेस पहुंची है तो हम खेद प्रकट करते हैं।”

राघव चड्ढा के इस बयान पर आजतक ने भी ट्वीट किया और कहा, “कोरोना संकट पर बुलाई गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में अरविंद केजरीवाल का भाषण लाइव होने पर विवाद हुआ। इस पर राघव चड्ढा बोले- ‘अगर किसी को ठेस पहुंची तो हमें खेद है।”

 

वहीं, दूसरी और स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) ने आजतक के इस ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा, “वाह आजतक, राघव ने खेद व्यक्त करने के अलावा भी कई बातें कहीं जो ज्यादा रेलेवेंट थीं, हेडलाइन में डालने के लिए। खैर अंजना जी को गजब मिर्च लग गई कि अरविंद केजरीवाल एक जिम्मेदार और प्रतिबद्ध सीएम के रूप में नजर आए। देश श्मशान बन जाए, पर अपने आका की छवि खराब न हो। शर्मनाक।”

 

बता दें कि ‘हल्ला बोल’ में अंजना ओम कश्यप ने राघव चड्ढा से पूछा कि जिस तरह से केजरीवान ने पीएम मोदी के साथ हुई बैठक लाइव कर दी, उस तरह से उन्हें अपनी हर बैठक को सार्वजनिक करना चाहिए। इसका जवाब देते हुए राघव चड्ढा ने कहा, “बिल्कुल करना चाहिए। प्रधानमंत्री जी खुद ऐसा करते हैं और हम उन्हीं के दिखाए नक्शे कदम पर चल रहे हैं। मुख्यमंत्रियों के साथ हुई गोपनीय बैठक के अंत में वह जो अपना भाषण देते हैं और सार्वजनिक करते हैं तो क्या वह अपनी छवि चमकाते हैं?”

 

इससे इतर गोपनीय बैठक लाइव करने को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी अपना बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें ये निर्देश नहीं दिये गए थे कि संबोधन लाइव नहीं जा सकता है। हालांकि, किसी को परेशानी हुई है तो हम अपनी तरफ से खेद प्रकट करते हैं।