बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या से पूरा बॉलीवुड सदमे में है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि एक सितारा अलविदा कह गया। इस बीच फिल्ममेकर शेखर कपूर (Shekhar Kapur) ने भी सुशांत के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि सुशांत उनके कंधे पर सिर रख रोया करते थे। और एक्टर को रुलाने वालों की कहानी वे जानते हैं।

शेखर ने ट्विटर पर लिखा, ”तुम जिस दर्द से गुजर रहे थे उसका मुझे एहसास था। मैं उन लोगों की कहानी जानता हूं जिनकी वजह से आप इतनी बुरी तरह टूटे कि मेरे कंधे पर सिर रखकर रोए। काश पिछले 6 महीने में आपके इर्द-गिर्द होता। काश आप आप मुझ तक पहुंच पाते। जो आपके साथ हुआ, वह उन लोगों के कर्म हैं, आपके नहीं।’

सुशांत सिंह शेखर कपूर की फिल्म पानी में काम करने वाले थे। लेकिन सब तैयारियों के बाद यशराज बैनर ने इस फिल्म को बनाने से हाथ पीछे खींच लिए थे। इसके बाद फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शेखर कपूर इस फिल्म को ऋतिक रोशन के साथ बनाना चाहते थे लेकिन डेट नहीं मिलने की वजह से उन्होंने सुशांत सिंह को साइन किया था।

उधर, फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत भी सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी पर दुख जताया है। साथ ही एक्ट्रेस ने नेपोटिज्म को लेकर बॉलीवुड पर भड़ास भी निकाली है। कंगना ने कहा है कि आउटसाइडर्स को आगे बढ़ने से रोकने के लिए साजिशें की जाती हैं। सुशांत ने यह कदम उठाकर उन लोगों को जीत हासिल करवा दी, जो नेपोटिज्म के पैरोकार हैं, मूवी माफिया हैं और खेमेबाजी में यकीन रखते हैं।

कंगना ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया है। मगर अभी भी कुछ लोग खुदकुशी के पीछे ऐसी बातें कर रहे हैं कि जिनका दिमाग कमजोर होता है वो लोग सुसाइड करते हैं। कंगना ने आगे कहा कि जो बंदा इंजीनियरिंग में रैंक होल्डर है उसका दिमाग कमजोर कैसे हो सकता है।

कंगना ने भास्कर को दिए इंटरव्यू में भी कहा है कि छिछोरे फिल्म को उसका ड्यू नहीं मिला। बेस्ट फिल्म होने के बाद भी उसे एक अवॉर्ड तक नहीं दिया। टैलेंटेड आउटसाइडर्स को बिल्कुल भी रिस्पेक्ट नहीं दिया जाता है। इनके चमचे सुशांत सिंह के एडिक्टेड बताते हैं। जब संजू एल्कोहलिक फेज से गुजरते हैं तो वे बाबा हैं, पर जब सुशांत ने किया तो विलेन बनाकर पूरी दुनिया में प्रचार कर दिया। उसे गैर पेशेवर बना दिया।

कंगना ने आगे कहा कि मुझे भी फोन करके कहा जाता है कि बहुत डिफिकल्ट टाइम है। कहीं ऐसे वैसे कदम मत उठा लेना तुम। क्यों मुझे ऐसा कहा जाता है। क्यों मेरे दिमाग में डालना चाहते हैं कि आप सुसाइड कर लीजिए। ये सुसाइड थी कि प्लान्ड मर्डर था। वो चाहते हैं कि वो इतिहास लिखें और ये लिखें कि सुशांत कमजोर दिमाग का था. वे सच्चाई नहीं बताएंगे। हमें ये डिसाइड करना है कि इतिहास कौन लिखेगा।