अभिनेता अक्षय कुमार ने सोमवार को कहा कि पुरस्कार समारोहों में स्टंट करने वाले कलाकारों को भी अभिनेताओं के बराबर सम्मान मिलना चाहिए। हिंदी फिल्म उद्योग के सभी स्टंटमैन्स के लिए एक विशेष जीवनबीमा योजना शुरू किए जाने के मौके पर अक्षय ने कहा, “मैं एक अभिनेता से पहले एक स्टंटमैन हूं। मैंने हिंदी फिल्म उद्योग में 10 साल स्टंटमैन के रूप में काम किया है। इसलिए मैं जानता हूं कि वे अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए कैसे अपनी जिंदगी को खतरे में डालते हैं।
अक्षय ने कहा, “इसलिए मुझे लगता है कि किसी भी पुरस्कार समारोह में उन्हें भी अभिनेता के बराबर सम्मान मिलना चाहिए। अभिनेता ने एशिया हार्ट इंस्टीट्यूट के हृदय रोग सर्जन डॉ. रमाकांत पांडा के साथ मिलकर जीवनबीमा योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत 18-55 साल की उम्र के 380 स्टंट कलाकारों का 10 लाख रुपये का बीमा किया गया है।
आपको बता दें कि ‘खिलाड़ी’ और ‘मोहरा’ जैसी फिल्मों के लिए लोकप्रिय अक्षय वर्तमान में देशभक्ति पर आधारित फिल्में कर रहे हैं। उन्होंने इस क्रम में ‘रुस्तम’ के अलावा ‘हॉलिडे : ए सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी’, ‘बेबी’ और ‘एयरलिफ्ट’ जैसी फिल्में की हैं। इनमें से अक्षय कुमार को फिल्म ‘रूस्तम’ में उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है। अक्षय का यह पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। वर्ष 1959 के नानावटी मामले से प्रेरित इस फिल्म में अक्षय ने एक देशभक्त नौसैनिक का किरदार निभाया था।
