फिल्म ‘रूही’ एक्ट्रेस जाह्ववी कपूर बताती हैं कि बचपन से उन्हें हमेशा उनके काम के लिए सराहा गया है, फिर चाहे घर हो या फिर स्कूल में टीचर्स। हर कोई उनकी वाहवाही करता रहा है। हालांकि जाह्नवी के मन में हमेशा ये डाउट रहा कि क्या सच में वह इतना अच्छा कर रही हैं या फिर उन्हें ऐसे ही ये बात कही जा रही है।
जाह्नवी कपूर का जन्म 6 मार्च 1997 को श्रीदेवी और बोनी कपूर के घर में हुआ। श्रीदेवी की बड़ी बेटी ने फिल्म ‘धड़क’ से अपने करियर की शुरुआत की। वो सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं और अपने फैंस को अपने खूबसूरत वीडियोज से इंस्पायर करती रहती हैं।
जाह्नवी बताती हैं कि उन्हें हमेशा से प्रिवलेज मिली है। जब वह बच्ची थीं तब भी उन्हें काफी पैंपर किया जाता था और आज भी उनके साथ ऐसा ही होता है। नेपोटिज्म को लेकर जाह्नवी कहती हैं- ‘ऐसा नहीं है कि जब मैं आई तब ही नेपोटिज्म शुरू हुआ है। ये तो बहुत पहले से अस्तित्व में रहा है। मैंने बचपन से अपने साथ ये होते देखा है, कि मुझे सराहा जाता रहा।’
जाह्नवी कहती हैं- स्कूल में जब मुझे अच्छे मार्क्स मिलते थे या फिर जब मुझे लेकर टीचर कंप्लेंट भी करती थीं तब भी कुछ स्टूडेंट्स होते थे जो कहते थे कि ‘अरे तुम्हारे पैरेंट्स फेमस हैं इसलिए ये तुम्हारे साथ ऐसा कर रही हैं।’ जाह्ववी कहती हैं- “मुझे लाइफ में काफी प्रिवलेज मिली है। यह हमेशा मेरे दिमाग में था कि मुझे खुद को साबित करना है। एक जो सेल्फ डाउट था उसे क्लियर करने के लिए।’
जाह्नवी ने आगे कहा- ‘मैं इस बात को अच्छे से समझती हूं कि वह लोग कहां से आ रहे हैं। हो सकता है मैं शायद उन लोगों के दिल को उतना नहीं जीत पाई जब धड़क आई थी। कुछ लोगों को मैं फिल्म में पसंद आई तो कुछ को नहीं। मुझे लगता है फिल्म ‘घोस्ट’ आने के बाद मैं ज्यादा लोगों को अपनी अदाकारी के जरिए कन्वेंस कर पाई।
इसके बाद थोड़ा और ज्यादा प्रभाव फिल्म ‘गुंजन सक्सेना’ से पड़ा। अब मैं आशा करती हूं कि ‘रूही’ से भी काफी फर्क पड़े। यही चीज है कि आप अच्छे रिजल्ट के लिए आगे बढ़ते हैं और मेहनत करते हैं। मैं अपनी अब तक की जर्नी से खुश हूं क्योंकि ये मुझे और काम करने के लिए प्रोत्साहित करती है।’