बीते शनिवार को टॉपलेस होकर विरोध प्रदर्शन करने वाली तेलगू फिल्मों में काम की तलाश कर रहीं श्री रेड्डी ने एक सनसनीखेज बयान दिया है। अपने बयान में श्री रेड्डी ने कहा है कि उत्तर भारतीय अभिनेत्रियों को टॉलीवुड में तब काम दिया जाता है, जब वो सेक्सुल फेवर (अपना जिस्म देने) को तैयार हो जाती हैं। श्री ने कहा कि तेलगू की मूल निवासी अभिनेत्रियों को टॉलीवुड में काम नहीं दिया जा रहा है। श्री रेड्डी ने दावा किया कि पिछले 10-15 सालों में तेलगू फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ उत्तर भारतीय अभिनेत्रियां ही हिरोइन के रुप में दिखाई दी हैं। श्री ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि उत्तर भारतीय लड़कियां और दूसरे प्रदेशों से आने वाली लड़कियां सेक्सुल फेवर देती हैं, जिस कारण लोग उनमें रुचि दिखाते हैं।

श्री रेड्डी ने आगे बताया कि उत्तर भारतीय सबकुछ करने के लिए तैयार रहती हैं, जबकि तेलगू महिलाएं इसके लिए तैयार नहीं होती, जिस कारण उन्हें (उत्तर भारतीय) यहां काम मिल रहा है। श्री रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि तेलगू की मूल निवासी अभिनेत्रियों का भी यौन शोषण किया जा रहा है, लेकिन जब उन्हें फिल्म में काम देने की बात आती है तो उन्हें धोखा मिलता है। बता दें कि श्री रेड्डी उस वक्त अचानक सुर्खियों में आ गई थी, जब उसने टॉलीवुड में काम ना मिलने की शिकायत पर तेलगू फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स के ऑफिस के सामने टॉपलेस होकर विरोध प्रदर्शन किया था। श्री का आरोप है कि कई प्रोड्यूसर और निर्देशकों ने उसका यौन शोषण किया है। हालांकि मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन का अभी भी कहना है कि वह श्री रेड्डी के मेंबरशिप एप्लीकेशन को स्वीकार नहीं सकती क्योंकि इसके लिए कम से कम 3 फिल्मों में काम करना जरुरी है।

मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवाजी राजा का कहना है कि कई लोगों का सपना होता है कि वह हीरो या हिरोइन बनें, लेकिन हमेशा उनका सपना सच नहीं होता। यह प्रोड्यूसर पर है कि वह किसे कास्ट करें। कोई भी इस तरह से रोल देने की मांग नहीं कर सकता। श्री रेड्डी के टॉपलेस होकर विरोध प्रदर्शन करने के बाद से कई आर्टिस्ट इसके लिए श्री की आलोचना कर चुके हैं। वहीं फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा का कहना है कि श्री एक नेशनल सेलिब्रिटी बन चुकी है। राम गोपाल वर्मा ने कहा कि मुंबई में जो लोग टॉलीवुड के सुपरस्टार पवन कल्याण को भी नहीं जानते वह आजकल श्री रेड्डी के बारे में बात कर रहे हैं।