पिछले कुछ हफ्तों में उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी उठापटक देखने को मिला है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों की बैठकों का दौर चला जिसके बाद सरकार और संगठन में बदलाव की संभावनाओं की खूब चर्चा हुई। नेतृत्व परिवर्तन तक की बात होने लगी थी जिसे लेकर योगी आदित्यनाथ और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के बीच अनबन की खबरें भी सामने आईं। इन्हीं घटनाक्रमों पर समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने अपनी टिप्प्णी की है। आईपी सिंह ने कहा है कि अब योगी आदित्यनाथ के मठ जाने का समय आ गया है।
आईपी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से कई ट्वीट्स किए जिनमें उन्होंने सीएम योगी को निशाने पर लिया है। अपने एक ट्वीट ने सपा नेता ने लिखा, ‘बंगाल में खेला होबे की अपार सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश में जोरदार खदेड़ा होबे।’
आईपी सिंह ने एक और ट्वीट किया है जिसमें दो तस्वीरों का हवाला देकर उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष बेइज्जती हुई है। एक तस्वीर में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा (Himanta Biswa Sarma) प्रधानमंत्री मोदी के ठीक सामने बैठे नजर आ रहे हैं तो दूसरी तस्वीर में योगी आदित्यनाथ एक बड़ी सी टेबल के अंतिम छोर पर बैठे हैं जिसके एक छोर पर पीएम मोदी बैठे हैं।
बंगाल में #खेला_होबे की अपार सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश में जोरदार #खदेड़ा_होबे।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) June 4, 2021
इन दोनों तस्वीरों के शेयर करते हुए सपा नेता ने ट्वीट किया, ‘126 विधानसभा वाले राज्य का मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के साथ कुर्सी लगाकर बैठा है और 403 विधानसभा वाले उत्तर प्रदेश का मुखिया 2 किलोमीटर दूर बैठाया जाता है। उत्तर प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री की आज तक इतनी बेइज्जती नहीं हुई होगी। ये मठ जाकर घंटी बजाने की तैयारी करें।’
126 विधानसभा वाले राज्य का मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के साथ कुर्सी लगा कर बैठा है।
और 403 विधानसभा वाले उत्तरप्रदेश का मुखिया 2 किलोमीटर दूर बैठाया जाता है।
उत्तरप्रदेश के किसी मुख्यमंत्री की आजतक इतनी बेइज़्ज़ती नहीं हुई होगी।
ये मठ जाकर घंटी बजाने की तैयारी करें। pic.twitter.com/TyGb7pSJDa
— I.P. Singh (@IPSinghSp) June 2, 2021
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के करीबी माने जाने वाले पूर्व नौकरशाह अरविंद कुमार शर्मा को रिटायरमेंट के कुछ समय बाद ही विधान परिषद के जरिए सदन में भेज दिया गया था जिस वजह से ऐसी अटकलें लगाई जाने लगीं कि राज्य में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि ऐसा योगी आदित्यनाथ के प्रभाव को कम करने के लिए किया गया है। इधर ऐसी खबरें आने लगीं कि योगी आदित्यनाथ अरविंद कुमार शर्मा को कैबिनेट मंत्री तक बनाने के लिए तैयार नहीं हैं।
फिलहाल, खबर ये है कि उत्तर प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही पार्टी अगले साल विधानसभा चुनाव में उतरेगी। सूत्रों की मानें तो इस महीने होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में अरविंद कुमार शर्मा को सरकार में जगह मिल सकती है।