भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली कोलकाता के एक अस्पताल में हार्ट सर्जरी से रिकवर कर रहे हैं और इसी बीच खबर ये है कि अडानी विल्मर ने अपने उन सभी विज्ञापनों पर रोक लगा दिया है जिसमें सौरव गांगुली फॉर्च्यून राइस ब्रान कुकिंग ऑयल का विज्ञापन करते दिख रहे थे। सौरव गांगुली को शनिवार को माइल्ड हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर फॉर्च्यून ऑयल के विज्ञापनों (जिसमें सौरव गांगुली थे) को लोग खूब ट्रोल करने लगे क्योंकि इस तेल को हृदय की अच्छी सेहत के लिए श्रेष्ठ बताते हुए गांगुली विज्ञापन कर रहे थे।
राजनीतिज्ञ और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने ट्विटर पर फॉर्च्यून का विज्ञापन करते हुए सौरव गांगुली की एक तस्वीर साझा की और लिखा, ‘सौरव गांगुली दादा, आप जल्दी ठीक हो जाइए। हमेशा ही परीक्षित और ट्राइ किए गए उत्पादों का इस्तेमाल करें। सावधान और सजग रहें, ईश्वर आपको आशीर्वाद दें।’
लोग फॉर्च्यून का वो विज्ञापन भी शेयर कर रहे हैं जिसमें सौरव गांगुली कहते दिख रहे हैं, ‘40 के हो गए तो क्या जीना छोड़ दोगे? अपना रेगुलर ऑयल छोड़ो, फॉर्च्यून राइस ब्रान हेल्थ ऑयल ले आओ। ये गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाए और बैड कोलेस्ट्रॉल घटाए, जो रखे हार्ट को हेल्दी।’ रंगनाथ अय्यर नाम के यूज़र ने यही विज्ञापन शेयर करते हुए लिखा, ‘एक मार्केटिंग का स्टूडेंट होने के नाते, मैं ये जरूर जानना चाहूंगा कि अब इसके आगे क्या?’
विष्णु शंकर ने लिखा, ‘दुर्भाग्य से फॉर्च्यून ऑयल सौरव गांगुली को हार्ट की इम्युनिटी नहीं दे पाई।’ सौरव सहाना ने फॉर्च्यून तेल के प्रति अपनी चिंता जाहिर करते हुए लिखा, ‘क्या इसे खाना सच मे सेफ है? सौरव गांगुली के ह्रदय की कंडीशन जानकर कोई भी इसे खाने की हिम्मत नहीं करेगा।’
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के बाद फॉर्च्यून ऑयल के सभी विज्ञापनों को रोक दिया गया है जिसमें सौरव गांगुली नजर आ रहे हैं। कुछ सूत्रों के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, जो अभी कोलकाता के एक अस्पताल में हार्ट अटैक से रिकवर कर रहे हैं, द्वारा किए गए सभी फॉर्च्यून ब्रांड के विज्ञापनों को हटा लिया गया है। ऐड एजेंसियों से एक नया कैंपेन बनाने के लिए कहा गया है।
आपको बता दें कि 48 वर्षीय सौरव गांगुली के ह्रदय की तीन धमनियों में 70% तक ब्लॉकेज पाया गया है। उनकी एक धमनी में स्टंट लगाया गया है जबकि बाकी अन्य ऑपरेशन्स का फैसला मेडिकल बोर्ड द्वारा अभी नहीं लिया गया है।