अपने जमाने की खूबसूरत और टैलेंटेड अदाकारा शर्मिला टैगोर ने इंडियन क्रिकेट टीम के सबसे छोटी उम्र के कप्तान रहे टाइगर पटौदी (Mansoor Ali Khan Pataudi) से ब्याह रचाया था। दोनों की मुलाकात साल 1965 में हुई थी। शर्मिला टैगोर और टाइगर ने एक दूसरे को पहली नजर में ही पसंद कर लिया था। दोनों की मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी।
शर्मिला ने एक किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि एक्ट्रेस को इंप्रेस करने के लिए एक बार पटौदी ने उन्हें एक कविता सुनाई थी। इस कविता को सुन कर शर्मिला काफी इंप्रेस भी हो गई थीं। ऐसे में शर्मिला ने यही कविता एक्साइटेड होकर अपने दोस्त और एक्टर फिरोज खान को सुनाई। तब फिरोज खान ने इस कविता को सुनकर अलग तरह के एक्सप्रेशन दिए थे। शर्मिला ने जब उनके रिएक्शन का कारण पूछा तो फिरोज ने बताया- ये तो गालिब की लाइनें हैं।
शर्मिला टैगोर ने हाल ही में Indian Chamber of Commerce की लेडीज़ स्टडी ग्रुप से लाइव सेशन के दौरान बताया था कि आखिर टाइगर में ऐसा क्या था जो उन्हें पसंद आ गया और उन्होंने उनसे शादी की। उस जमाने में शर्मिला बॉलीवुड के एक से बढ़कर एक हैंडसम एक्टर के साथ काम कर रही थीं। ऐसे में एक्ट्रेस पर कई हीरोज के भी दिल आए।
लेकिन शर्मिला ने जीवनसाथी के रूप में मंसूर अली खान पटौदी को ही चुना। शर्मिला ने इस दौरान बताया कि पटौदी में उन्हें सबसे अच्छा लगता था उनका सेंस ऑफ ह्यूमर। उनके मुताबिक उन्हें पता था कि कभी भी ऐसा वक्त नहीं आएगा जब मंसूर अली खान उनका जानबूझकर दिल दुखाएंगे।
एक्ट्रेस ने बताया कि शर्मिला की फैमिली को क्रिकेट देखना बहुत पसंद था। वह क्रिकेटर्स को भी बहुत पसंद करते थे। यहां तक कि ऐसा भी होता था जब इंडियन टीम के बारे में कोई भला-बुरा कह दे तो शर्मिला की मॉम गुस्से से लाल हो जाया करती थीं।
ऐसे हुई थी पहली मुलाकात: शर्मिला टैगोर ने बताया कि टाइगर और उनकी पहली मुलाकात कैसे हुई थी। उन्होंने बताया- ‘1965 के आसपास हमारी मुलाकात हुई थी। एक पार्टी में हम मिले थे। हमें वहां बातचीत करने का मौका मिला। उस वक्त उन्होंने ब्रिटिश एक्सेंट में मुझसे बात की थी। वहीं वह जो भी जोक मारते थे उस पर कोई हंसता ही नहीं था, क्योंकि किसी को भी वह जोक समझ नहीं आता था। ऐसे में वह खुद अपने ही जोक पर हंसा करते थे।’
एक्ट्रेस शर्मिला ने आगे बताया-बस उनका यूं हंसना हंसाना उनका ह्यूमर मुझे बहुत भा गया। उस वक्त मुझे महसूस हुआ कि ये शख्स कभी भी जानबूझकर मेरा दिल नहीं दुखाएगा। मुझे उनपर पूरी तरह से विश्वास हो चुका था। वह सच में एक ट्रू जेंटलमेन थे।