दिवंगत अभिनेता शम्मी कपूर का जन्म 21 अक्टूबर, 1931 को लीजेंड्री एक्टर पृथ्वीराज कपूर के घर जन्मे थे। साल 2011 में 14 अगस्त को 79 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया था। आज भी लोग उनकी बेहतरीन फिल्मों और किरदारों के लिए उन्हें याद करते हैं। शम्मी कपूर के प्यार का जिक्र होता है तो लोगों को अभिनेत्री मुमताज याद आती हैं, लेकिन सच कुछ और ही है।

दरअसल शम्मी कपूर कंप्यूटर के प्यार में पड़ गए थे। जब भारत में ज्यादातर लोग इंटरनेट के बारे में जानते भी नहीं थे, शम्मी उस वक्त इंटरनेट पर काफी एक्टिव हो चुके थे। अपने पुराने इंटरव्यू में शम्मी ने बताया था कि भारत में इंटरनेट आने से पहले वह इसका इस्तेमाल किया करते थे। उन्होंने कहा था कि हमेशा से ही उन्हें नई-नई चीजों का शौक था। साल 1988 में उनके पास कंप्यूटर था और वह इसके बारे में सबकुछ सीख चुके थे।

वह काफी टेक्नोलॉजी फ्रीक थे। अपने इंटरव्यू में शम्मी ने बताया था कि मैनुअल पढ़कर कंप्यूटर ऑपरेट करना सीख लिया था। उन्होंने कहा था, “हिंदुस्तान में बीएसएनएल ने आपको इंटरनेट 1995 में दिया, मैं 90 में नेट पर था। मुझे पता था कि नेट क्या होता है।” उन्होंने बताया कि उस वक्त उन्हें मेल, लाइब्रेरी जैसी चीजों के बारे में सब विस्तार से पता था। शम्मी ने ये भी बताया था कि उस वक्त वह एपल का कंप्यूटर इस्तेमाल किया करते थे। शम्मी कपूर को फिल्म इंडस्टरी का कंप्यूटर गुरू कहा जाता था।

शम्मी कपूर के दामाद केतन देसाई उनके कंप्यूटर के क्रेज के बारे में बात कर चुके हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में उस वक्त के बारे में बात की थी जब शम्मी पहली बार अपने घर कंप्यूटर और प्रिंटर लाए थे। वह कंप्यूटर में इतने डूबे रहते थे। उन्होंने एक किस्सा बताया जब वह, अनिल अंबानी के साथ शम्मी कपूर से मिलने गए थे। अनिल कंप्यूटर में व्यस्त शम्मी को देख हैरान हो गए थे, उन्हें लग रहा था कि शम्मी ने डेस्ट टॉप पब्लिशिंग का काम शुरू कर दिया है।

आपको बता दें कि जिस दौर में लोग पर्सनल कंप्यूटर के बारे में सोचते भी नहीं थे, शम्मी के पास खुद का कंप्यूटर और इंटरनेट हुआ करता था। वह कंप्यूटर के घरेलू इस्तेमाल को बढ़ावा देने वाले पहले भारतीय थे। उनसे पहले लोग कंप्यूटर का काम ऑफिशियल काम, एडिटिंग आदि के लिए ही किया करते थे। उन्हें भारत का इंटरनेट गुरू और साइबरमैन भी कहा जाता है।