फिल्म- शैतान
कलाकार : अजय देवगन, ज्योतिका, आर माधवन, जानकी बोदीवाला, अंगद राज
निर्देशक- विकास बहल
ड्यूरेशन- 132 मिनट
स्टार- 3/5

Ajay Devgn Shaitaan Movie Review In Hindi: बचपन में सभी ने घर मां-पिता और बड़े बुजुर्गों से खूब सुना होगा कि बाहर जब निकलो तो किसी अंजान शख्स के हाथ से कुछ ना खाएं। इस बात को आप समझ जाएंगे, जब फिल्म ‘शैतान’ को देखेंगे। इससे एक बात साफ है कि किसी अंजान शख्स के हाथ से कुछ खाने से गड़बड़ हो सकती है। फिल्म में कुछ ऐसा ही दिखाया गया है, जिसमें काला जादू और वशीकरण देखने के लिए मिलता है।

अजय देवगन और आर माधवन स्टारर फिल्म ‘शैतान’ (Shaitaan) को सिनेमाघरों में रिलीज कर दिया गया है। फिल्म में वशीकरण और काला जादू की एक डरावनी कहानी को दिखाया गया है, जिसका शिकार एक सीधी-साधी फैमिली हो जाती है। इसकी वजह से उसकी आरामदायक जिंदगी में भूचाल आ जाता है। बस एक रात में ही उसकी जिंदगी तहस-नहस होने लगती है। लेकिन, वो हार नहीं मानता है और इसके खिलाफ लड़ता है। ये कहानी होती है कबीर (अजय देवगन) और ज्योति (ज्योतिका) की। उनके दो बच्चे जान्हवी (जानकी बोदीवाला) और ध्रुव (अंगद राज) होते हैं। इनकी जिंदगी में महज 15 मिनट के लिए एक शख्स आता है, जो वनराज (आर माधवन) होता है। इसके बाद जो देखने के लिए मिलता है वो काफी डरावना होता है।

कहानी की शुरुआत होती है अजय देवगन और उनकी फैमिली से, जो एक हंसता-खेलता परिवार होता है। वो छुट्टियां मनाने के लिए अपने फार्म हाउस पर जाते हैं और रास्ते में एक अंजान शख्स यानी की आर माधवन मिलते हैं। वहीं, से कहानी आगे बढ़ती है। इसके बाद खेल शुरू होता है काले जादू का। इस बीच थोड़ा एक्शन, इमोशन, सस्पेंस खूब देखने के लिए मिलता है। फिल्म में आपको अजय देवगन के रोल में कंप्लीट फैमिली मैन देखने के लिए मिलता है। ये वही फैमिली मैन होता है, जो अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कुछ भी करने को तैयार होता है। जैसा कि पहले आपने ‘दृश्यम’ में देखा था।

कैसी है स्टार्स की एक्टिंग?

‘शैतान’ में अगर स्टारकास्ट की एक्टिंग की बात की जाए तो अजय देवगन, आर माधवन, जानकी बोदीवाला और अंगद राज अहम भूमिकाओं में हैं। आर माधवन और अजय देवगन की एक्टिंग कमाल की रही है। अजय, कबीर तो आर माधवन वनराज के रोल में जंच गए। वहीं, एक्ट्रेस जानकी बोदीवाला, जान्हवी के किरदार में खूब जमीं। वो इसमें काले जादू का शिकार हो जाती है और वनराज याव कि आर माधवन के वश में हो जाती है। इस दौरान उन्होंने अपने किरदार को जीवंत कर दिया। उन्होंने खुद पर फिल्माई गई हर कड़ी को शानदार तरीके से निभाया है। फिर चाहे वो चाय पत्ती खाने का सीन हो या फिर टॉयलेट वाला सीन। हर सीक्वेंस को उन्होंने बड़ी ही संजीदगी से किया है।

फिल्म से बांधे रखता है सस्पेंस

‘शैतान’ के डायरेक्शन की बात की जाए तो विकास बहल ने कमाल का निर्देशन किया है। इसकी हर कड़ी इतनी मजबूती से दिखाया है, जो आपको सस्पेंस के साथ कुर्सी से बांधे रखती है। फिल्म देखते समय हर सीन कोई ना कोई सवाल छोड़ जाता है। आप आगे की कहानी जानने के लिए एक्साइटेड रहते हैं। दो घंटे 12 मिनट की इस फिल्म में उन्होंने बड़े ही शानदार तरीके से काले जादू की कहानी को दिखाया है। हर कैरेक्टर को स्क्रीन पर बराबर स्पेस दिया है। अपने स्क्रीन स्पेस में सभी ने बेहतरीन काम किया है और कैरेक्टर के साथ न्याय किया है।

गाने और म्यूजिक फिल्म की हर कड़ी को बनाते हैं मजबूत

इसके साथ ही अगर ‘शैतान’ के गाने और बैकग्राउंड म्यूजिक की बात की जाए तो ये काफी बेहतरीन हैं। इसका बैकग्राउंड म्यूजिक इतना कमाल का है कि ये हर कड़ी के इमोशन और डरावनेपन का एहसास दिलाता है। बीच में कुछ सीन्स ऐसे हैं, जिसका बैकग्राउंड म्यूजिक इतना बेहतरीन है कि आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। फिल्म में एक गाना है वो भी शुरुआत में ‘खुशियां बटोर लो…’। ये कमाल का गाना है। ये सॉन्ग के जरिए स्क्रीन पर दिख रही फैमिली से खुद को कनेक्ट कर पाएंगे।

कहां रही कमी?

वहीं, अगर फिल्म की कमी की बात की जाए तो इसमें आपको सब कुछ देखने के लिए मिलने वाला है। सब कुछ अच्छा है मगर मेकर्स मोटिव डालना भूल गए। फिल्म आपके मन में कुछ सवाल छोड़ जाती है, जिसका जवाब खत्म होने तक नहीं मिलता है। जैसे वनराज कौन होता है और वो सब चीजें क्यों करता है? कबीर के परिवार के पीछे क्यों पड़ता है? ऐसे कई सवालों के जवाब आपको फिल्म में नहीं मिल पाते हैं, जिससे कहीं ना कहीं आप फिल्म से पूरी तरह से कनेक्ट नहीं हो पाते हैं।

खैर, कुल मिलाकर फिल्म को देखा जा सकता है। फैमिली एंटरटेनर है। अगर आप फैमिली मैन को देखना चाहते हैं तो ये सबसे बेहतरीन है। अजय देवगन ने कमाल का काम किया है। ‘दृश्यम’ के बाद एक्टर को एक बार फिर से फैमिली मैन के कैरेक्टर में देखा जा सकता है।