शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) इन दिनों फिल्म ‘अश्वत्थामा’ को लेकर चर्चा में हैं। इस मूवी में मेन लीड रोल के लिए सबसे पहले विक्की कौशल का नाम सामने आ रहा था। इसे आदित्य धर डायरेक्ट करने वाले थे लेकिन, अब इस फिल्म में अश्वत्थामा के रोल के लिए शाहिद कपूर का नाम सामने आ रहा है। इसका निर्माण वासु भगनानी करने वाले हैं। हाल ही में OTT प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो इंडिया की ओर से एक इवेंट ऑर्गेनाइज कर फिल्म का ऐलान किया गया। साथ ही खुलासा किया कि इसमें शाहिद कपूर मेल लीड रोल प्ले करते हुए नजर आने वाले हैं।
फिल्म ‘अश्वत्थामा: द सागा कंटीन्यूज’ को लेकर पिछले काफी समय से चर्चाएं रही थीं। पहले इसका नाम ‘द इमॉर्टल अश्वत्थामा’ तय किया गया था। इसके लिए विक्की कौशल को साइन किया गया था। इसके बाद खबरें रही थीं कि प्रोड्यूसर्स ने इससे अपने हाथ खींच लिए हैं और फिल्म होल्ड पर चली गई है। वहीं, आदित्य धर ने ‘आर्टिकल 370’ के लॉन्च के दौरान साफ किया था कि अश्वत्थामा पर बन रही फिल्म बंद हो चुकी है।
ऐसे में अब ये क्लियर हो गया है कि शाहिद कपूर-वाशु भागनानी मिलकर Ashwatthama The Saga Continue को लेकर आ रहे हैं। इसका निर्माण पूजा एंटरटेनमेंट के बैनर तले किया जा रहा है। इसमें शाहिद मेल लीड रोल में होंगे। फैंस उन्हें एक बार फिर से माइथोलॉजिकल ड्रामा फिल्म में देखने के लिए बेताब हैं। एक्टर ने फिल्म का ऐलान करते हुए इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर की है। इसे साझा करने के साथ ही लिखा, ‘जब एक प्राचीन कथा आधुनिक चमत्कार से मिलेगी तो मिथक और वास्तविकता धुंधली हो जाएगी। इस बीच अतीत और वर्तमान टकराएंगे। ‘अश्वत्थामा: द सागा कंटीन्यूज’ अमर योद्धा की विशाल कहानी है।’
‘अश्वत्थामा: द सागा कंटीन्यूज’ का निर्देशन सचिन रवि कर रहे हैं। इसे हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगू, इंग्लिश और मलयालम भाषा में पैन इंडिया से रिलीज किया जाएगा। इसे लेकर शाहिद कपूर काफी एक्साइटेड हैं। वो जल्द ही इसकी तैयारियां शुरू कर देंगे। इससे पहले एक्टर ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में देखा गया था।
कौन हैं महान योद्धा अश्वत्थामा?
बहरहाल, अगर अश्वत्थामा के बारे में बात की जाए तो उनका जन्म द्वापरयुग में हुआ था। वो गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र थे। उनकी गिनती द्वापरयुग के श्रेष्ठ योद्धाओं में होती है। वो शस्त्र और शास्त्र विद्या में निपुण थे। पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध में श्री कृष्ण ने गुरु द्रोणाचार्य का वध करने के लिए अश्वत्थामा को लेकर खबर फैला दी थी कि वह मारा गया। अश्वत्थामा तब एक हाथी का भी नाम था। अश्वत्थामा की मौत की खबर सुनकर गुरु द्रोणाचार्य सदमे में चले जाते हैं और वो ज्यों को त्यों वहीं बैठ जाते हैं। इसके बाद इसी मौके का फायदा उठाकर धृष्टद्युम्न ने द्रोणाचार्य का वध कर दिया। इससे विचलित होकर अश्वत्थामा ने जब पांडवों को मार दिया और अभिमन्यु के पुत्र को मारने के लिए ब्रह्मास्त्र चलाया तो कृष्ण भगवान ने अश्वत्थामा की माथे पर लगी मणि को निकालकर उसे युगों-युगों तक धरती पर भटकने का श्राप दिया। तभी से माना जाता है कि अश्वत्थामा आज भी जिंदा है।