बॉलीवुड डायरेक्टर सुभाष घई ने फिल्म ‘सौदागर’ बनाई थी। ये फिल्म अपने आप में बहुत बड़ी थी क्योंकि इसमें दिलीप कुमार और राजकुमार साथ नजर आए थे। फिल्म के बाद में दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई थी, लेकिन फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों आपस में बात तक नहीं करते थे। हालांकि सुभाष घई को इसके कारण काफी परेशानी भी होती थी, लेकिन वह अक्सर दोनों से अलग-अलग झूठ भी बोला करते थे।
‘नेशन नेक्स्ट’ से बात करते हुए सुभाष घई ने कहा था, ‘राजकुमार और दिलीप कुमार ने मुझे एक चीज़ जरूर सिखाई कि एक्टर को कैसे काबू करना है। दोनों में बहुत ईगो थी। मैं वहां एक ट्रिक सीखी कि आपको सभी स्टार्स से बच्चों की तरह ट्रीट करना चाहिए। सभी स्टार्स के बच्चों की तरह नखरे होते हैं। आपको मां की तरह उन्हें संभालना चाहिए। मैंने दिलीप कुमार को कहा कि राजकुमार आपके फैन हैं और राजकुमार को कहा कि दिलीप कुमार आपके फैन हैं।’
36 साल से दुश्मन थे दिलीप कुमार-राजकुमार: सुभाष घई ने आगे बताया, ‘दोनों के बीच जो शत्रुता थी वो धीरे-धीरे दोस्त हो गए। जो आपने सौदागर में सीन देखे वो दोनों के जीवन में भी चल रहे थे। मुझे अपनी फिल्म बनानी थी तो मैं चाहता था कि वो सब चीजें खराब न हों। दोनों एक-दूसरे से बात तक नहीं करते थे। दिलीप कुमार के साथ मेरे संबंध बहुत गहरे थे। दिलीप साहब के साथ पहले ही मैं कई फिल्मों में काम कर चुका हूं। दिलीप कुमार और राजकुमार की 36 साल से दुश्मनी है।’
जब दिलीप कुमार को कहानी सुनाने के बाद घर से भागे सुभाष घई: सुभाष घई कहते हैं, ‘मुझसे अचानक दिलीप कुमार ने पूछा कि तेरी फिल्म की कहानी तो अच्छी है, लेकिन इसमें दूसरा रोल कौन कर रहा है तो मैंने कहा राजकुमार। मैंने इतना कहा और अपने ड्राइवर को बोला कि फटाफट गाड़ी भगाले। उसने भी गाड़ी चलाई। क्योंकि मुझे पहले ही कई लोगों ने डरा दिया था कि दिलीप कुमार, राजकुमार के साथ काम नहीं करेंगे। खैर, फिर फिल्म तो बनी लेकिन मुझे इसमें सबसे ज्यादा परेशानी भी हुई। दोनों को अलग-अलग तरीके से चीजें समझाने में।’