Saroj Khan : मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन हो गया। उन्होंने 71 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। सरोज खान लंबे वक्त से बीमार चल रही थीं, हालांकि पिछले दिनों अस्पताल में इलाज केेे बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। सरोज खान जब 3 साल की थीं तभी उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंंने अपने डांसिंग करियर की शुरुआत बतौर बैकग्राउंड डांसर शुरू की थी।

सरोज खान (Saroj Khan) ने फिल्म ‘नजराना’ में पहली दफा काम किया था। इस फिल्म में उन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम किया था। फिल्म में वह श्यामा नाम की बच्ची बनी थीं। सरोज खान ने साल 1974 में कोरियोग्राफर बी. सोहनलाल के साथ काम किया और उन्हीं से डांस की बारीकियां सीखीं। हालांकि उस वक्त उनकी उम्र बहुत कम थी। इसी बीच दोनों को एक दूसरे से प्यार हुआ और सरोज खान ने अपने से 30 साल बड़े कोरियोग्राफर बी सोहनलाल से शादी करने का फैसला कर लिया।

सरोज उस वक्त सिर्फ 13 साल की थीं। शादी के लिए  सरोज खान ने अपना धर्म भी बदला और इस्लाम धर्म कबूला था। 43 साल के बी. सोहनलाल से शादी करने के लिए उन्होंने अपना नाम भी बदला था। जी हां, सरोज खान का असली नाम है- निर्मला नागपाल। लेकिन सोहनलाल के लिए वह सरोज खान बन गईं।

सरोज खान ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद बताया था कि उस वक्त वह स्कूल में पढ़ा करती थीं। तभी मास्टर सोहनलाल ने उनके गले में काले रंग का धागा बंध दिया तब उन्होंने कहा था कि ‘तब मेरी शादी हो गई।’ सरोज खान ने ये भी बताया था कि ‘कई लोगों ने मुझसे पूछा कि कहीं  धर्म परिवर्तन के लिए किसी ने मुझपर दबाब तो नहीं डाला? तो मैंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं था मुझे इस्लाम से धर्म से प्रेरणा मिलती है।’

सरोज खान ने जब सोहनलाल से शादी की थी तब उन्हें इस बारे में नहीं पता था कि सोहनलाल पहले से ही शादीशुदा हैं। इस बीच उन्होंने बेटे राजू खान को जन्म दिया। तब उन्हें सोहनलाल की शादी के बारे में खबर हुई। 1965 में सरोज खान को दूसरा बच्चा भी हुआ लेकिन वह मर गया। इधर सोहनलाल ने सरोज खान के बच्चों को अपनाने से इनकार कर दिया औऱ दोनों के रिश्ते में दरार आ गई। ऐसे में सरोज खान ने अपने बच्चे अकेले ही पाले औऱ संघर्ष कर बॉलीवुड में इतना नाम कमाया।