सरोज खान ने कई बॉलीवुड एक्टर्स को डांस करना सिखाया है, उनके शिष्यों में से एक गोविंदा भी हैं। जिनका डांस इंडस्ट्री में खूब मशहूर है, उनके डांस स्टेप्स काफी हटके होते हैं, बिल्कुल उनके अंदाज की तरह। मगर कम ही लोग इस बात को जानते होंगे कि जब उन्होंने सरोज खान से डांस सीखा था तब उनके पास पैसे नहीं थे और सरोज खान ने उन्हें फ्री में डांस सिखाया था। खुद सरोज खान ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था।
सरोज खान ने बताया था कि संघर्ष के दिनों में गोविंदा के पास पैसे नहीं हुआ करते थे और उस वक्त उन्होंने गोविंदा को मुफ्त में ट्रेनिंग दी थी। मगर बाद में जब गोविंदा का वक्त अच्छा हुआ तो गोविंदा ने गुरु दक्षिणा दी। इसके साथ ही सरोज खान ने बताया था कि जब वो बहुत बीमार थीं और अपनी जिंदगी और मौत के बीच लड़ रही थी उस वक्त गोविंदा उनका सहारा बने थे।
अपने इंटरव्यू में सरोज खान ने गोविंदा के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद किया और कहा, “गोविंदा जी ने मुझे शुरुआतद में ही कह दिया था, ‘मास्टर जी, मैं विरार से बिना टिकट के आया हूं और मेरे पास आपको देने के लिए पैसे नहीं हैं।’ मैंने उन्हें कहा कि क्या मैंने आपसे पैसे मांगे? जब आप स्टार बन जाएंगे तब मैं मांगूंगी। वो मान गए और बाद में उन्हें ब्रेक मिला।”
जब फिल्में मिली तो गोविंदा ने दी गुरु दक्षिणा
सरोज खान ने बताया कि जब गोविंदा को काम मिला तो उन्होंने अपना वादा पूरा किया और उन्हें उनकी गुरु दक्षिणा दी। “एक दिन एक 10 साल का बच्चा मेरे पास आया और उसने मुझे एक लिफाफा दिया। मैं स्टूडियो में बैठी थी। उसने मुझे पूछा कि क्या आप सरोज खान हैं और मैंने बताया कि हां मैं ही सरोज खान हूं। उसने मुझे एक लिफाफा दिया और कहा कि ये चीची भैया ने दिया है। उस पर गुरु दक्षिणा लिखा था और उसमें 24,000 रुपये थे। उसके साथ लिखा था ,’अब मैं गुरु दक्षिणा दे सकता हूं’।”
सरोज खान पड़ीं बीमार तो गोविंदा बने सहारा
सरोज खान ने कहा कि सिर्फ इतना ही नहीं गोविंदा ने बाद में उनकी पैसों से मदद भी की थी। सरोज खान ने कहा, “वक्त बीता और मैं ‘देवदास’ का ‘डोला रे डोला’ कर रही थी और मैं बहुत बीमार पड़ गई। मैं अस्पताल में भर्ती हुई और डॉक्टरों ने कह दिया कि इन्हें बचाया नहीं जा सकता। उस वक्त गोविंदा रात में आए और मेरी बड़ी बेटी को एक पार्सल दिया और उसे कहा, ‘सरोज जी से कहना उनका बेटा आया था।’ उस पार्सल में मेरे इलाज के लिए 4 लाख रुपये थे। ये उनकी परवरिश है। मेरी अकादमी भी गोविंदा की वजह से ही खुल पाई है।” बता दें कि ये सरोज खान का पुराना इंटरव्यू था, उनका 71 साल की उम्र में साल 2020 में निधन हो गया था।