आरती सक्सेना

सवाल : सारा पर्दापण फिल्म केदारनाथ को लेकर कैसा महसूस कर रही हैं?
मैं बहुत खुश और रोमांचित हूं। मैंने पहली बार इस फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी थी तो मैं बेहद भावुक हो गई थी। केदारनाथ की कहानी ने मेरे दिल को छू लिया। लिहाजा मैंने बिना देर किए यह फिल्म साइन कर ली। सात दिसंबर को केदारनाथ रिलीज हो रही है। आशा है दर्शक मुझे स्वीकार करेंगे और मेरा काम पसंद करेंगे।

सवाल : दिसंबर में आपकी दो फिल्में केदारनाथ और सिम्बा रिलीज हो रही हैं। करिअर की शुरुआत में एक साथ दो बड़ी फिल्मों का रिलीज होना आपके लिए कितना सकारात्मक और कितना नकारात्मक है?
सकारात्मक यह है कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसा मौका मिला कि करिअर की शुरुआत में ही मेरी दो फिल्में रिलीज हो रही हैं। नकारात्मक यह है कि हम भी उतनी ही मेहनत करते हैं जितना कि नए कलाकार, लेकिन हमें हमारी मेहनत का श्रेय नहीं मिलता। लोगों को लगता है कि सब कुछ सितारा पुत्री होने के कारण आसानी से मिल जाता है। इसके अलावा फिल्मों की रिलीज के बाद दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि लोग हमें गंभीरता से नहीं लेते। लिहाजा हमें अपने को साबित करने के लिए दुगनी मेहनत करनी पड़ती है।

सवाल : आपकी दादी शर्मिला टैगोर, मां अमृता सिंह और पिता सैफ अली खान सभी फिल्म संसार से हैं। ऐसे में आपको अगर अभिनय या करिअर से संबधित कोई सलाह चाहिए होती है तो आप किसकी राय लेना पंसद करती हैं?
मैं रहती तो अपनी मां के साथ ही हूं, लिहाजा मंै वही करती हूं जो मेरी मां कहती हैं। मैं वही पहनती हूं जो वे कहती हैं। जहां तक फिल्म को लेकर राय लेने की बात है तो केदारनाथ में अभिषेक कपूर और सुशांत सिंह राजपूत के साथ काम करने के बाद मुझे घर के किसी सदस्य से राय लेने की जरूरत ही नहीं पड़ी। इन दोनों ने मुझे इतना अच्छा मार्गदर्शन दिया कि मुझे किसी और की सहायता की जरूरत नहीं थी।

सवाल : केदारनाथ में आप किस तरह का किरदार निभा रही हैं? फिल्म के ट्रेलर के बाद से ही फिल्म विवादों में आ गई है। इस बारे में आप क्या कहेंगी?
मैं इस फिल्म में मूक्कू नामक लड़की का किरदार निभा रही हूं जो अपने परिवार के साथ केदारनाथ में दर्शन करने जाती है। वहां पर उसे मंसूर नामक पिटठू से प्यार हो जाता है और उसके बाद कहानी मे ढेर सारे बदलाव आते हैं। मुझे नहीं लगता कि फिल्म मे कुछ ऐसा विवादित सीन है जिस से फिल्म विवाद में आए। केदारनाथ एक साफ सुथरी धार्मिक और प्यार से भरी हुई भावनात्मक फिल्म है।

सवाल : केदारनाथ में सुशांत सिंह राजपूत के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
सुशांत सिंह मुझसे काफी सीनियर हैं लेकिन साथ ही उन्होंने यह सफलता काफी मेहनत से हासिल की है। इसलिए वे अच्छे से जानते हैं कि एक नए कलाकार के लिए शुरुआती समय में अभिनय करना कितना मुश्किल होता है। लिहाजा जब मैंने उनके साथ अभिनय शुरू किया तो वे इतने दोस्ताना थे कि मुझे लगा ही नहीं कि मैं किसी सफल अभिनेता के साथ काम कर रही हूं। उन्होंने इस फिल्म में पिटठू का किरदार निभाया है जो पहाड़ों पर उन लोगों को लेकर चढ़ते हैं जो बुढ़ापे या बीमारी की वजह से चढ़ नहीं सकते लेकिन दर्शन की इच्छा रखते हैं। इस किरदार को सजीव बनाने के लिये सुशांत ने सच में अपने कंधे पर लोगों को लेकर केदारनाथ के पहाड़ की चढाई की।

सवाल : 2018 में आपके अलावा जाह्रवी कपूर भी धड़क के जरिए हीरोइन बन कर आई हैंं और अब आप केदारनाथ से करिअर की शुरुआत करने जा रही हैं। तो क्या ऐसे में कह सकते हैं यह साल स्टार किड्स के नाम है?
जाह्रवी की धड़क फिल्म मैंने देखी है। उसने उस फिल्म में बहुत अच्छा काम किया है। मुझे आशा है कि केदारनाथ के लिए की गई मेरी मेहनत भी बर्बाद नहीं जाएगी। जैसे दर्शकों ने जाह्रवी कोे पसंद किया है, उम्मीद है मुझे भी पसंद करेंगे।