पांच बरस पहले केदारनाथ में आई प्रलंयकारी बाढ़ की घटना की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ”केदारनाथ’ का ट्रेलर हाल ही में रिलीज़ हुआ था। इस ट्रेलर को लोगों ने काफी पसंद भी किया है। इस फिल्म के साथ ही सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान अपने बॉलीवुड करियर की शुरूआत करने जा रही हैं। सोशल मीडिया के दौर में सारा अली खान की फिल्म भी अछूती नहीं रही और ट्रेलर में दिखाए गए एक सीन को सोशल मीडिया पर लोग फनी मीम्स की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। दरअसल ट्रेलर के एक सीन में सुशांत सिंह राजपूत के पिता एकदम भड़के हुए अंदाज़ में नज़र आते हैं। वे मुक्कु यानि सुशांत से कहते हैं कि ‘नहीं होगा ये संगम, फिर चाहे प्रलय ही क्यों न आ जाए’। इसी डायलॉग पर ट्विटर पर कई लोगों ने फनी मीम्स बनाए हैं।
Me : I will sleep early tonight
Social Media apps : pic.twitter.com/NqoxnNVUJ1
— SwatKat- The dancing human (@swatic12) November 12, 2018
Definition of parallel lines. pic.twitter.com/3tKvuGos1h
— Professor GyaanCho™ (@theHasnainRaza) November 12, 2018
Me : I am planning to meet my old friends in Goa
Parents : pic.twitter.com/TSzL0ALzvy
— SAGAR (@sagarcasm) November 12, 2018
सात दिसंबर को रिलीज हो रही अभिषेक कपूर निर्देशित यह फिल्म बाढ़ में फंसी एक हिंदू श्रद्धालु को एक मुस्लिम द्वारा बचाये जाने के बाद दोनों के बीच पनपे प्यार की कहानी है। इस फिल्म में सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत की जोड़ी है। फिल्म रिलीज़ से पहले ही विवादों में फंसी नज़र आ रही है। इस फिल्म को लेकर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फिल्म के टीज़र में दिखाये जाने वाले दृश्य देवभूमि और केदारनाथ की आस्था के साथ खिलवाड़ हैं और फिल्म देवभूमि तथा केदारनाथ की रीति एवं नीति के बिल्कुल उलट है। विरोध में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता गंभीर बिष्ट ने कहा कि ऐसा मालूम होता है कि फिल्म बनाने वालों ने हिंदू धर्म की आस्था पर चोट की है। वहीं उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, हालांकि, इस फिल्म को लेकर फिलहाल खुलकर कुछ नहीं बोल रही है लेकिन उसका भी मानना है कि सैद्धांतिक तौर पर धार्मिक स्थलों से जुडी परंपराओं और आस्थाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इससे किसी की भावनायें आहत न हों।