उत्तर प्रदेश में हाल ही में जबरन धर्मांतरण का एक मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि धर्मांतरण के तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं वहीं राज्य के मुख्य सचिव- गृह अवनीश अवस्थी ने दावा किया है कि धर्मांतरण के 150 मामलों का जानकारी सामने आई है। यूपी ATS ने इस मामले में दो धर्मगुरुओं को गिरफ्तार भी किया है। इसी मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने न्यूज 18 के डिबेट शो ‘आर पार’ में अपनी राय दी। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनसे कांग्रेस के भविष्य पर भी सवाल पूछा जिसका उन्होंने जवाब दिया।
शो के एंकर अमिश देवगन ने सलमान खुर्शीद से सवाल किया, ‘धर्मांतरण को लेकर योगी सरकार ने, पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है, उस विषय पर आप क्या कहना चाहते हैं? सलमान खुर्शीद ने जवाब दिया, ‘हमारे देश में कानून बड़ा स्पष्ट है। धर्मांतरण अगर किया जाता है, उसमें प्रलोभन दिया जाता है या उस पर कोई जबरदस्ती की जाती है तो वो गलत है, अवैध है। उस पर कारवाई होती है और होती रहेगी।’
उन्होंने आगे कहा, ‘इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट का फैसला है। कोई अपने मन से, इच्छा से निर्णय लेता है तो उसमें किसी भी दल को उसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।’
जबरन धर्मांतरण और सेक्युलरिज़म के मुद्दे पर बीजेपी-काँग्रेस के बीच आर-पार #आर_पार #ForcedConversion #Secularism @sambitswaraj @salman7khurshid @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/OtqtmU9tCU
— News18 India (@News18India) June 25, 2021
उन्हें टोकते हुए अमिश देवगन ने कहा, ‘पर क्या आपको लगता नहीं है कि तुष्टिकरण की राजनीति के चलते इस पर कोई बोलना नहीं चाहता था, पहले की सरकारें कारवाई नहीं करती थी, अब कर रही हैं? अपने मन से कोई करे तो अच्छी बात है। लेकिन अगर जोर जबरदस्ती हो तो..’
सलमान खुर्शीद ने जवाब में पीएम मोदी पर तंज़ कसते हुए कहा, ‘अरे तो ये मन की तो बात है। माफ करें, ये मन की बात है न, लेकिन आजकल ये फ्रेज भी इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि बहुत लोगों ने एकाधिकार कर लिया है।’
डिबेट के दौरान संबित पात्रा ने सलमान खुर्शीद से कांग्रेस को लेकर सवाल किया। उन्होंने पूछा, ‘आप सामने बैठे हैं तो मुझसे भी रुका नहीं जा रहा है। एक समय था जब हर राज्य में कांग्रेस का शासन था, आप जैसे वरिष्ठ लोग मंत्री होते थे। आप लोग कभी इमोशनल हो जाते हैं पार्टी की हालत देखकर?
सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘मेरा इमोशन ये है कि अकेला ही चलूंगा जानबे मंजिल मगर..लोग जाते रहें, आते रहें, मैं जानबे मंजिल ही चलूंगा।’

