आज सलमान खान एक सुपरस्टार हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें कोई नहीं जानता था। दुबले पतले से सलमान खान उस वक्त अपनी आंखों में एक सपना पाले बैठे थे। सलमान छोटी सी उम्र से ही जानते थे कि लाइफ में उन्हें क्या करना है। सलमान खान एक्टर नहीं डायरेक्टर बनना चाहते थे। कैमरा के आगे नहीं कैमरा के पीछे काम करना चाहते थे।
सलमान फिल्मी बैकग्राउंड से थे ऐसे में उन्हें फिल्में बनाने का शौक चढ़ गया था। लेकिन कोई उन्हें चांस नहीं दे रहा था। सलमान खान स्क्रिप्ट लेकर जगह जगह जाते और लोगों के दर पर भटकते। सलमान ने इस बारे में खुद एक इंटरव्यू में बताया था। प्रभु चावला से सीधी बात में सलमान खान ने अपने करियर की शुरुआत और ख्वाहिशों का जिक्र किया था।
सलमान ने बताया था- ‘मुझे डायरेक्टर बनना था, स्क्रिप्ट लेकर मैं इधर-उधर जाता था। असिस्टेंट था मैं पहले और उससे पहले मैं मॉडलिंग किया करता था। उस वक्त न हाइट थी न बॉडी थी न पर्सनालिटी थी। उस वक्त फिल्में बना करती थीं, मोहल्ले का दादा, पुलिस इंस्पेक्टर, लॉयर, उसमें मैं कहीं फिट नहीं हुआ करता था।’
सलमान खान ने बताया था- ‘उस जमाने में मैं बतौर हीरो परफेक्ट नहीं था। मैं सिर्फ 48 किलो का था। जिस-जिस के पास मैं स्क्रिप्ट लेकर जाता था वो बोलते थे तुम यंग हो, एक्टिंग ट्राय करो। मैं फिर भी बहुत कोशिश करता।’
जब सलमान को मिली पहली फिल्म: फिर मुझे एक पिक्चर ऑफर हुई- बीवी हो तो ऐसी। उस फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर मैंने वो पिक्चर साइन की। मुझे कहानी बहुत अच्छी लगी। पर जब मैंने अपना काम देखा उस फिल्म में तो मैंने दुवाएं मांगी कि ये फिल्म कोई न देखे। मैं फिल्म में बहुत बुरा दिख रहा था। फिर आई मैंने प्यार किया।
सलीम खान चाहते थे क्रिकेटर बने कोई बेटा: एक बार सलीम खान ने बताया था कि वह चाहते थे कि तीनों बेटों में से कोई एक क्रिकेटर बन जाए। सलीम खान ने बताया था कि उनके पूरे परिवार को क्रिकेट का बड़ा शौक है। सलीम ने कहा था कि ‘ये मेरा ख्वाब था जो पूरा नहीं हुआ।’