जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा हो गया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। सिंधू समझौता से वीजा रद्द करने, पाक नागरिकों को जल्द से जल्द भारत से जाने के आदेश और वहां के एक्टर्स को भारत में बैन करने तक, कई अहम फैसले लिए गए। कई सालों बाद फवाद खान बॉलीवुड में वापसी करने वाले थे, लेकिन ये मौका उनके हाथ से निकल गया। वो ‘अबीर गुलाल’ में रिद्धि डोगरा और वाणी कपूर के साथ नजर आने वाले थे और ये फिल्म 9 मई को थिएटर में रिलीज भी होने वाली थी, मगर देश में बने हालातों के कारण ऐसा नहीं हो सका।
रिद्धि डोगरा ने फवाद को फिल्म से हटाने और अन्य पाकिस्तानी एक्टर्स को बैन करने का समर्थन किया तो उन्हें ट्रोल किया गया। अब एक्ट्रेस ने इसके बारे में बात की है। उन्होंने बताया कि उन्हें ट्रोल किया गया। रिद्धि ने बताया कि लोगों ने उन्हें कहा, “अरे, लेकिन इसने तो एक पाकिस्तानी एक्टर के साथ काम किया है।”
लोगों ने डराया धमकाया
हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए रिद्धि ने कहा, “मुझे डराने-धमकाने की कोशिश मत करो, मैं भी इस देश की उतनी ही नागरिक हूं जितने आप हैं। जब मैंने वो काम किया था, तब मैंने अपने देश के कानूनों का पूरा ध्यान रखा था, मैंने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया और आज जब हम ऐसी स्थिति में हैं, तो मुझे लगता है कि मैं अपने देश, अपनी सेना के साथ खड़ी रहना चाहती हूं। ये मैं इसलिए नहीं कह रही क्योंकि मैं कोई खास इंसान हूं, बल्कि इसलिए कह रही हूं क्योंकि आप सब भी हैं।”
रिद्धि ने कहा कि वो जम्मू में पैदा हुई थीं और वहीं उन्होंने अपनी पढ़ाई भी की। एक्ट्रेस ने कहा कि पहलगाम में जो हुआ उससे उन्हें बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने भारत के पक्ष में बात की तो उन्हें ट्रोल किया गया। रिद्धि ने कहा कि पहलगाम में जो हुआ वो बहुत डरावना था। “ये बहुत डरावना था। हम लगातार जम्मू में अपने परिवार और अमृतसर में रिश्तेदारों से फोन पर जुड़े हुए थे, वहां पूरा ब्लैकआउट हो गया था। उनके घर की छतों से उन्हें आसमान में अजीब सी रोशनी और उड़ती हुई चीजें दिखाई दे रही थीं और हम सिर्फ बैठकर इंतजार ही कर सकते थे।”
लोगों के लिए प्रार्थना कर रही थीं रिद्धि
रिद्धि ने आगे कहा कि जो हो रहा था वो बहुत बेबस करने वाला था। वो रो रही थीं और प्रार्थना कर रही थीं कि वहां सब सुरक्षित रहे। इसके साथ ही वो सेना का आभार भी महसूस कर रही थीं जो बॉर्डर पर देश की रक्षा के लिए तैनात थे। रिद्धि ने कहा कि हमारी सेना का कर्ज नहीं चुकाया जा सकता।