‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ के बाद अब एक नई फिल्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। फिल्म 72 Hoorain का पोस्टर कुछ दिनों पहले ही रिलीज हुआ है। जिसके बाद फिल्म पर भावनाएं आहत करने और गलत फैक्ट दिखाने के आरोप लगा है। अब कुछ धर्म गुरुओं ने फिल्म की कहानी को लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि फिल्म लोगों की भावनाओं को और खासकर मुस्लिमों की भावना को आहत कर सकती है। इसके अलावा उनका कहना है कि ऐसी फिल्मों को बैन कर देना चाहिए। ये फिल्में दो समुदाय के बीच भाईचारे को खत्म कर सकती हैं।

जम्मू-कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती नसीर उल इस्लाम ने पीटीआई से बात करते हुए फिल्म पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि वह इस संवेदनशील मुद्दे पर एक बैठक बुलाएंगे। उन्होंने कहा,”हम नहीं चाहते कि यह विवाद फैले और हम इस मामले को भारत सरकार के समक्ष उठाने जा रहे हैं। इस मामले पर सभी मुस्लिम संगठनों को भरोसे में लिया जाएगा।”

फिल्ममेकर्स को दिया संदेश

उन्होंने कहा,”इस फिल्म के निर्माताओं को मेरा संदेश है कि उन्हें यह समझना चाहिए कि मुसलमान भारत में रहने वाला दूसरा सबसे बड़ा समुदाय है और उन्हें सम्मान और शांति के साथ जीने का अधिकार है।”

नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि पार्टी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ खड़ी है, लेकिन ऐसी फिल्मों के निर्माताओं को प्रचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच के अंतर को समझना चाहिए। उन्होंने कहा, “इस तरह की फिल्में एक विशेष समुदाय को काले रंग में रंगती हैं।”

मुझे लगता है कि भारत में लोगों, खासकर फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड को इस पर फैसला लेने की जरूरत है। उन्हें यह तय करने की आवश्यकता है कि क्या ये फिल्में वास्तव में सभी संदर्भों के साथ किसी विशेष मुद्दे को समझने में लोगों की मदद करती हैं या लोगों को एकतरफा कहानी खिलाई जा रही है।”

आपको बता दें कि ये फिल्म संजय पूरन चौहन द्वारा निर्देशित की गई है और उसके को-प्रोड्यूसर अशोक पंडित है। फिल्म 7 जुलाई को थिएटर में रिलीज हो रही है। फिल्म में पवन मल्होत्रा, आमिर बशिर मुख्य किरदार में हैं। फिल्म का टीजर 10 भाषाओं में रिलीज किया जाएगा।